देहरादून : राजधानी देहरादून में साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है, जहां पासपोर्ट विभाग की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से रुपये ऐंठे जा रहे थे। प्रदेश के मुख्य सचिव आबकारी आनंद वर्द्धन की पत्नी रश्मि वर्द्धन के साथ ठगी होने के बाद मामला पुलिस की जानकारी में आया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वेबसाइट को ब्लाक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक प्रमुख सचिव आबकारी आनंद वर्द्धन की पत्नी रश्मि के पासपोर्ट की वैधता मई 2019 में खत्म हो रही थी, जिसे रिन्यू कराने के लिए उन्होंने ऑनलाइन सर्च किया।
इस पर उन्हें ऑनलाइन एक वेबसाइट मिली जो पासपोर्ट विभाग की वेबसाइट की तरह ही दिखती थी। उन्होंने उस पर जाकर सारी जानकारी भरी और चार हजार रुपये फीस भी जमा करा दिया। इतना ही नहीं ठगों ने रश्मि के आधार कार्ड, बैंक डिटेल आदि की जानकारी भी ले ली। जब कुछ दिन बाद उन्होंने पासपोर्ट रिन्यू का स्टेटस जानने के लिए लॉगइन किया तो पता चला कि वेबसाइट फर्जी है। जिसके बाद उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि लगातार साइबर ठगी का मामला बढ़ना एक गंभीर मुद्दा है। मामले में अंकुश लगाने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। वहीं उन्होंने जनता से जागरूक रहने की भी अपील की। अशोक कुमार के मुताबिक बीते रोज उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में दो ऐसे नाइजीरियन ठग गिरफ्तार किए गए हैं, जो लोगों से कोका-कोला कंपनी की लॉटरी के नाम पर 25 लाख ठग चुके थे।