बीजेपी विधायकों के एक समूह ने गुरुवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से मुलाकात की और उनसे संशोधित नागरिकता अधिनियम के संबंध में लोगों के बीच भय और संदेहों को दूर करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया। बीजेपी विधायक पद्मा हजारिका ने मुख्यमंत्री के आवास पर बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि बीजेपी के लगभग 14 विधायकों ने सोनोवाल को बताया कि वह संशोधित नागरिकता कानून की वजह से लोगों के गुस्से का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कानून के कारण ‘‘बीजेपी और उनके नेताओं में अविश्वास’’ है और इसे जल्द से जल्द दूर किया जाना चाहिए। हजारिका ने कहा कि कुछ विधायकों द्वारा दिए गए कुछ बयानों के कारण बीजेपी विधायकों के खिलाफ गुस्सा बढ़ गया है, हालांकि उन्होंने उनका नाम लेने से इनकार कर दिया।
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उन्होंने कहा, ‘‘हमने मुख्यमंत्री से भाषा, संस्कृति और लोगों की सुरक्षा के बारे में मजबूत कदम उठाने और इन मामलों में संवैधानिक सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया।’’ हजारिका ने कहा कि मुख्यमंत्री को केन्द्र से असम समझौते की धारा छह और सात, भाषा तथा संस्कृति के लिए संवैधानिक सुरक्षा उपायों और राज्य का सर्वांगीण आर्थिक विकास जल्द से जल्द सुनिश्चित करने का आग्रह करना चाहिए।
डिब्रूगढ़ के विधायक प्रशांत फुकन ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से केन्द्र से यह अनुरोध करने को भी कहा है कि कानून के बारे में संदेहों को दूर करने के लिए कदम उठाए जाए क्योंकि हम यह भी चाहते हैं कि सभी अवैध बांग्लादेशियों को राज्य से निकाल दिया जाए।’’