केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय देश भर में स्मार्ट कैंपस योजना शुरू करेगा जिसके तहत शिक्षण संस्थाओं के परिसरों को हरा भरा बनाने में विद्यार्थियों का सक्रिय सहयोग लिया जायेगा।
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज यहां मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान परिसर में पौधा लगाने के बाद पत्रकारों से कहा कि स्मार्ट कैंपस योजना के तहत हर वर्ष एक हजार अतिरिक्त पौधे लगाये जायेंगे।
ये पौधे इस संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की ओर से लगाये जायेंगे। इससे विद्यार्थियों में पर्यावरण और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता उत्पन्न हो सकेगी। उन्होंने बताया कि पानी बचाने के उद्देश्य से स्मार्ट कैंपस योजना में पुनर्शोधित पानी का उपयोग किया जायेगा। पर्यावरण के क्षेत्र में विद्यार्थियों के योगदान को उनके शैक्षणिक रिकॉर्ड में अंकित किया जायेगा।
श्री जावड़ेकर ने कहा कि इसी तर्ज पर देशभर के विद्यालयों में स्कूल नर्सरी योजना शुरू की जायेगी। उन्होंने देश के शिक्षण संस्थानों को साफ सुधरा बनाये रखने में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनका मंत्रालय इन प्रयासों में कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेगा।
उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के क्षेत्र में राजस्थान पूरे देश के लिए आदर्श है। यहां पानी की प्रत्येक बूंद बचाना परंपराओं और संस्कारों में शामिल है। देश को इस मामले में राजस्थान से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। श्री जावड़ेकर ने अगले पांच वर्षों में प्रत्येक घर को नल से जल पहुंचाने की केंद, की प्रतिबद्धता को दोहराया।