सिरसा : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के जींद आगमन पर 15 फरवरी को निकाली जाने वाली बाइक रैली के विरोध में अब जाट समाज पूरी तरह से आगे आ गया है और उन्होंने दावा किया है कि इस रैली में किसी भी सूरत में बाइकों पर सवार होकर जाने वाले लोगों को नहीं पहुंचने दिया जाएगा। यह बात गुरुवार को अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष विनोद ढ़ाका ने जाट धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इस विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार की जा चुकी है और 15 फरवरी को ट्रैक्टर पर सवार होकर जाट समाज के लोग डिंग मंडी से रवाना होंगे।
डिंग से फतेहाबाद, अग्रोहा से होते हुए बरवाला पहुंचेंगे, जहां रोड़ जाम कर अमित शाह की रैली में जा रही बाइकों को रोका जाएगा। जिलाध्यक्ष ने स्पष्ट तौर पर कहा कि आमजन का इस विरोध प्रदर्शन से कोई लेना देना नहीं होगा और न ही कहीं आने-जाने के लिए उन्हें रोका जाएगा। केवल भाजपा द्वारा पंजीकृत बाइकों को ही रोका जाएगा। पत्रकार वार्ता से पूर्व जाट धर्मशाला में ही समिति की बैठक की गई। इस बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ढाका ने कहा कि बीते वर्ष की 19 मार्च को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व केंद्रीय प्रतिनिधियों के साथ 6 मांगों पर सहमति बनी थी, जिसे आज तक लागू नहीं किया गया है और न ही जाटों पर दर्ज मुकद्दमों को वापिस लिया गया है।
जिलाध्यक्ष सहित बैठक में मौजूद सभी सदस्यों ने कहा कि उनकी सरकार से लड़ाई आर-पार की है और जाट समाज के हितों के लिए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने को भी तैयार है, मगर अमित शाह की इस रैली को कामयाब नहीं होने देंगे। इस मौके पर रणधीर जोधकां, विकल पचार, कृष्ण ढाका, रामप्रताप, सुरेंद्र मटेरिया, भूपेंद्र कैरीवाला, ओमप्रकाश सिहाग, मास्टर कुलदीप भादड़ा, विजय कुमार बैरड़, विकास तेतरवाल, बृजलाल, सुरेंद्र मूंड, आजाद, विरेंद्र न्यौल, सुरेंद्र कागदाना इत्यादि भी मौजूद रहे।
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(दीपक शर्मा)