देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना का कहर जारी है। संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार की ओर से हरसंभव कोशिश की जा रही है, बावजूद इसके संक्रमितों का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना के 1,877 नए मामलों की पुष्टि हुई हैं। वहीं, 65 और लोगों की मौत होने के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 1000 हजार के पार पहुंच गया है। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना से मौत का रिकॉर्ड भी टूट गया है। दिल्ली में कोरोना से एक दिन में ये सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं।
राजधानी दिल्ली में कोरोना के 1,877 नए मामलों के साथा राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 34,684 तक पहुंच गई है। वहीं, कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1085 तक पहुंच गई है। फिलहाल दिल्ली में कोरोना के 20871 एक्टिव केस हैं।
वहीं, देश में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देशभर में कोरोना के मरीजों की संख्या 2 लाख 86 हजार के पार पहुंच गई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार देश के कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,86,579 तक पहुंच गई हैं और कुल 8,102 लोगों की मौत हो चुकी है। राहत की बात यह है कि इस वायरस से अब तक कुल 1,41,029 लोग ठीक भी हो चुके हैं।
उधर, दिल्ली में कोरोना को लेकर राजनीती भी तेज होती जा रही है। कांग्रेस ने दिल्ली में कोरोना वायरस के संकट से जुड़े हालात के नियंत्रण से बाहर होने का दावा करते हुए बृहस्पतिवार को भाजपा एवं आम आदमी पार्टी(आप) पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस बड़े संकट के समय दोनों ने मिलकर दिल्ली का बंटाधार कर दिया है।
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में स्वास्थ्य आपात स्थिति है और ऐसे में केंद्र व अरविंद केजरीवाल सरकार दोनों को अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर और जांच की सुविधाएं बढ़ाने के लिए युद्धस्तर पर काम करना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष दिल्ली की स्थिति पर दी गई याचिका का उल्लेख करते हुए दावा किया कि भाजपा और आप ने मिलकर दिल्ली को कोविड के समय कुशासन का एक उदाहरण बना दिया है।