बीते शुक्रवार को होने वाले मेयर पद के चुनाव में हुए बवाल के बाद, अब चुनाव की तारीख़ तय करने का ‘गेंद’ उपराज्यपाल के पास चला गया है। दरअसल 6-जनवरी-2023 को होने वाला मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों का चुनाव बावली घमासान में फस कर कैंसल हो गया था, जिसे आगे कब कराया जायेगा इसका फैसला अब दिल्ली के LG के हाथों में सौंपा गया है। लेकिन उपराज्यपाल ने अभी तक इसकी कोई तारीख तय नहीं की है। एलजी के फैसले के बाद ही मेयर का चुनाव होगा और एमसीडी को नया मेयर मिल पाएगा। एमसीडी की पीठासीन अधिकारी अभी सत्या शर्मा बनी रहेंगी। अश्विनी कुमार भी तब तक विशेष अधिकारी के पद पर काम करते रहेंगे।
मेयर पद को लेकर बीजेपी और आप के बीच जंग जारी है
आपको बता दें कि दिल्ली नगर निगम के मेयर पद को लेकर बीजेपी और आप के बीच जंग जारी है। एमसीडी मेयर का चुनाव 6 जनवरी को होना था। अगर 6 जनवरी को मेयर का चुनाव सकुशल संपन्न हो जाता तो दिल्ली वासियों को नया मेयर मिल जाता। लेकिन अभी दिल्लीवासी नए मेयर की आस में हैं।
आम आदमी पार्टी और बीजेपी के पार्षदों के बीच नारेबाजी
गौरतलब है कि शुक्रवार 6 जनवरी को जब एमसीडी सदन शुरू हुआ और उपराज्यपाल द्वारा मनोनीत पार्षदों की शपथ प्रक्रिया शुरू हुई तो आम आदमी पार्टी और बीजेपी के पार्षदों के बीच नारेबाजी और हंगामा शुरू हो गया। एमसीडी सदन में हंगामा इतना बढ़ गया कि यह अखाड़े में तब्दील हो गया और हाथापाई शुरू हो गई। सदन में कुर्सियां फेंकी गई। इस वजह से सदन को अगली तारीख तक स्थगित कर दिया गया। अब एमसीडी मेयर के चुनाव की अगली तारीख तय करने को लेकर गेंद उपराज्यपाल के पाले में है। दिल्ली के उपराज्यपाल ही तय करेंगे कि मेयर का चुनाव कब होगा।