लाल किला हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक और गिरफ्तार को अंजाम दिया है। क्राइम ब्रांच ने आरोपी बूटा सिंह को गिरफ्तार किया है। बूटा सिंह लाल किले पर निशान साहिब लहराने वाले जुगराज का साथी है। उसपर दिल्ली पुलिस ने 50 हज़ार का इनाम घोषित किया था।
हिंसा के बाद से ही पंजाब का रहने वाला बूटा सिंह फरार चल रहा था, पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार तलाशी अभियान चला रही थी। बुधवार को पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की। इससे पहले, लाल किले पर हुई हिंसा के आरोपी दीप सिद्धू को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने 17 अप्रैल को सशर्त जमानत दे दी है।
गणतंत्र दिवस हिंसा : पुलिस पर हमले के मामले में सिधाना को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत
गौरतलब है कि 26 जनवरी को हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी किसान अवरोधकों को तोड़ कर राष्ट्रीय राजधानी में दाखिल हो गए थे और आईटीओ सहित अन्य स्थानों पर उनकी पुलिस कर्मियों से झड़पें हुई थीं। कई प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर चलाते हुए लाल किला पहुंच गए और ऐतिहासिक स्मारक में प्रवेश कर गए तथा उसकी प्राचीर पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया था, जिनमें से दीप सिद्धू मुख्य आरोपी है।
इस हिंसा में 500 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, जबकि एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी। दिल्ली पुलिस ने इस हिंसा के सिलसिले में राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, राजिंदर सिंह, मेधा पाटकर, बूटा सिंह, दर्शन पाल और बलबीर सिंह राजेवाल समेत 37 किसान नेताओं के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है।
लाल किला हिंसा : कोर्ट ने दीप सिद्धू और अन्य के खिलाफ जारी किया समन
दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के मामले में अब तक 152 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 124 ए (राजद्रोह) के तहत मामला दर्ज किया है और पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू और गैंगस्टर से सामाजिक कार्यकर्ता बने लक्खा सिधाना को मुख्य आरोपी बनाया है।