भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रवेश वर्मा ने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की ओर से राजधानी के यमुना घाटों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगाए जाने के बावजूद सोमवार को आईटीओ के निकट स्थित एक घाट पर पूर्जा अर्चना की और सूर्य देव की अराधना वाले इस त्योहार की तैयारियों की शुरुआत की।
सोनिया विहार में पानी साफ़ है और कालिन्दी कुंज में ज़हरीला तो इसका मतलब साफ़ है कि दिल्ली की aap सरकार दोषी है .. अब मैं सोनिया विहार पहुँच रहा हूँ सच्चाई दिखाने pic.twitter.com/fOpNmToEUd
— Manoj Tiwari 🇮🇳 (@ManojTiwariMP) November 8, 2021
पश्चिमी दिल्ली के सांसद वर्मा आईटीओ के निकट स्थित एक छठ घाट पर भाजपा कार्यकर्ताओं व पूर्वांचली समाज के लोगों के साथ पहुंचे और वहां पूजा-अर्चना की। इस बीच बीजेपी सांसद मनोज तिवारी कालिंदी कुंज में यमुना के जहरीले झाग के बीच नाव की सवारी करते नजर आए। इस दौरान उन्होंने केजरीवाल सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, “दिल्ली सरकार लोगों के घाटों पर आने पर रोक लगाती है लेकिन सफाई के झूठे दावे करती है। इस पर सुप्रीम कोर्ट को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।”
बता दें कि नहाय-खाय के साथ ही आज से देश भर में छठ पूजा की शुरुआत हो गई। कोविड महामारी के चलते दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने इस साल यमुना घाटों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी है। डीडीएमए ने प्रशासन और पुलिस को इस रोक का सख्ती से पालन करने का निर्देश भी जारी किया है। आदेश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ डीडीएमए ने कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की बात भी कही थी।
इस आदेश को लेकर राजधानी की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा के बीच पिछले कई दिनों से जुबानी जंग जारी है। इस पर्व के राजनीतिक मायने भी हैं क्योंकि पूर्वांचल (पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार) के लोग भारी संख्या में शहर में निवास करते हैं जो कि वोट बैंक के लिहाज से दोनों दलों के लिए अहम हैं। वर्मा ने रविवार को इस प्रतिबंध की अवहेलना कर घाट पर छठ पूजा करने के लिए कहा था। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उन्हें रोककर दिखाने की चुनौती दी थी।