नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने प्रतिवर्ष 9 करोड़ यूनिट बिजली की बचत करते हुए राष्ट्रीय उर्जा संरक्षण सम्मान प्राप्त किया है। निगम आयुक्त डॉ. पुनीत गोयल द्वारा देश में पालिका क्षेत्र मेें एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने के कार्यक्रम के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण के लिए प्रतिष्ठित प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया गया है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कम से कम समय में पारंपरिक स्ट्रीट लाइट के स्थान पर एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने के विश्व के अब तक के सबसे बड़े कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए अथक प्रयासों के लिए आयुक्त डाॅ. पुनीत कुमार गोयल को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण सम्मान से नवाजा। यह पुरस्कार राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2017 के अवसर पर विज्ञान भवन नई दिल्ली में आयोजित समारोह में प्रदान किया गया।
पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किये गए राष्ट्रीय स्ट्रीट लाइट कार्यक्रम के अंतर्गत लगभग पूरा कर लिया है। यह लगभग 9 करोड़ यूनिट प्रतिवर्ष ऊर्जा की बचत की है। 2 लाख 80 हजार सोडियम स्ट्रीट लाइट का कुल कनैक्टिड लोड 37.50 मैगावाट था जो ऊर्जा की कम खपत वाली एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने से कम होकर 18.31 मेगावाट हो गया है। स्ट्रीट लाइट के कनैक्टिड लोड में कमी से दिल्ली में बिजली की कमी दूर हो गई है जिससे राजधानी के निवासियों को और अधिक विश्वसनीय बिजली आपूर्ति मिल रही है।
दक्षिणी निगम में लगभग 9 करोड़ यूनिट प्रतिवर्ष बिजली की खपत में कमी आई है। इस प्रकार ऊर्जा की खपत का शुल्क कम होकर लगभग 65 करोड़ रुपये हो गया है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम इससे पहले लाइनों के रखरखाव के लिए प्रतिवर्ष 28.5 करोड़ रुपये खर्च करता था लेकिन अब यह खर्च कम होकर प्रतिवर्ष 8.32 करोड़ रुपये रह गया है। इस तरह लाइनों के रखरखाव और ऊर्जा की खपत में कुल बचत लगभग प्रतिवर्ष 85 करोड़ रुपये बनती है। इस परियोजना के अंतर्गत प्रतिवर्ष 65 हजार टन कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी।
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