मेरी नजर में सभी जिन्होंने इसमें भाग लिया, वो विजेता हैं, क्योंकि इस उम्र में किसी भी प्रतियोगिता में हिस्सा लेना ही बहुत बड़ी बात है। हमने कोरोना में अपने सदस्यों को बिल्कुल अकेला नहीं छोड़ा, बल्कि दुनिया के बुजुर्गों को साथ जोड़ा यह सब ब्रांच हैड्स, वालियंटर और आप सबके सहयोग के बिना सम्भव नहीं था। एक के बाद एक 3 सफल कम्पीटिशन किए। अभी सोचा था कि थोड़ा गैप लेंगे परन्तु आज के इस भय के वातावरण में मैं आपको अकेला नहीं छोड़ सकती, इसलिए एक अनूठा अपनी तरह का कम्पीटिशन फेसबुक पर स्टार्ट कर दिया है-‘दिल की बात’। मुझे पूरी उम्मीद है कि आप सब इसे एंज्वाय करोगे। बस 5 बातों का ध्यान रखना है : 1. मर्यादा में रहकर, 2. किसी भी धर्म के विरूद्ध न हो, 3. किसी भी व्यक्ति की भावनाओं को ठेस न पहुंचें, 4. किसी पर व्यक्तिगत प्रहार न हो, 5. वीडियो सिर्फ 2 मिनट की हो। मिलते हैं फेसबुक पर, स्टे सेफ एंड हैल्दी।