पटना : मुम्बई में आयोजित एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक के तीसरे वार्षिक सम्मेलन के एक विषेष सत्र ‘ भारत में आधारभूत संरचना के विकास की दृष्टि’ जिसकी अध्यक्षता भारत सरकार के रेल व कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने की तथा इसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत मौजूद थे को सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार ने पिछले 12 वर्षों में सड़क, ऊर्जा, हवाई यात्रा और मोबाइल कनेक्टविटी में कीर्तिमान स्थापित किया है। सड़क और ऊर्जा प्रक्षेत्र में 2005 से लेकर अब तक 2 लाख करोड़ खर्च किए गए हैं। राज्य के सभी 1.6 लाख टोलों में बिजली पहुंच गयी है। 2017 में बिहार के 8 करोड़ 49 लाख लोगों के पास मोबाइल कनेक्टविटी थी तथा प्रतिदिन हवाई यात्रा करने वालों की संख्या 2005 की 483 से बढ़ कर अब 5787 हो गई है।
श्री मोदी ने कहा कि सड़क प्रक्षेत्र में 2005-06 से लेकर 2018-19 में 1.19 लाख करोड़ खर्च किए गए हैं जबकि 1990 से 2005 के 15 वर्षों में मात्र 6 हजार 71 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। ग्रामीण क्षेत्रों में 34 हजार 169 करोड़ खर्च कर 68,948 किमी सड़कों तथा 10,245 करोड़ खर्च कर 1765 पुलों का निर्माण कराया गया है। नई नीति के तहत 9 हजार किमी सड़कों की रखरखाव की जा रही है।
पिछले 12 वर्षों में ऊर्जा प्रक्षेत्र में 77,588 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। 2005 में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या मात्र 24 लाख थी जो अब बढ़ कर 1 करोड़ 13 लाख हो गयी हंै। 2017-18 में 10 हजार 96 करोड़ रुपये बिजली उपभोक्ताओं से राजस्व संग्रह हुआ है। ए टी एंड सी (AT&C) 46 प्रतिशत से घट कर 33 प्रतिशत हो गई है जिसे इस साल 28 प्रतिशत पर लाने तथा साल के अंत तक सभी घरों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य है।
हवाई यात्रियों की संख्या 2004-05 में मात्र 1.76 लाख थी जो 2016-17 में बढ़ कर 21 लाख हो गयी है। इस साल के अन्त तक पंचायतों तक इंटरनेट कनेक्टविटी और अगले तीन साल में नली-गली के पक्कीकरण का लक्ष्य है। आधारभूत संरचनाओं की मजबूती से बिहार में विकास की गति तेज हुई है।
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