मजदूर का बेटा बना IAS, सुनाई संघर्ष की कहानी

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मजदूर का बेटा बना IAS, सुनाई संघर्ष की कहानी

Laborer son becomes IAS

Labourer Son Become IAS: बुलंदशहर के थाना नरसेना क्षेत्र के गांव रघुनाथपुर का रहने वाला मजदूर मुकेश के बेटे पवन ने आईएएस बन कर अपने गांव का ही नहीं, बल्कि पूरे जनपद बुलंदशहर का नाम रोशन कर दिया है। पवन के परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है। आसपास के क्षेत्र के लोग बधाई देने पहुंच रहे हैं।

Highlights:

  • मजदूर का बेटा बना IAS, सुनाई संधर्ष की कहानी 
  • मजदूरी कर अपने बेटे को बड़ी मुश्किल से पढ़ाया
  • पवन के पिताजी के पास मात्र चार बीघा जमीन है

मजदूरी कर अपने बेटे को बड़ी मुश्किल से पढ़ाया

बुलंदशहर के थाना नरसेना क्षेत्र के गांव रघुनाथपुर का रहने वाला पवन बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। पवन के पिताजी मुकेश ने मजदूरी कर अपने बेटे को बड़ी मुश्किल से पढ़ाया है। पवन की तीन बहनें हैं और वह अकेला भाई है।

पवन के पिताजी के पास मात्र चार बीघा जमीन है

पवन के पिताजी के पास मात्र चार बीघा जमीन है, लेकिन फिर भी पवन के पिताजी मुकेश ने मजदूरी कर अपने बेटे को पहले प्राथमिक शिक्षा गांव के ही स्कूल से दिलाई, उसके बाद बुलंदशहर के जवाहर नवोदय विद्यालय बुकलाना में पढ़ाकर 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण कराई।

मुकेश का कहना है कि लड़के ने शुरू से ही काफी मेहनत की

मुकेश का कहना है कि लड़के ने शुरू से ही काफी मेहनत की। पैसा नहीं था, लेकिन पवन की पढ़ाई की लगन को देखते हुए हिम्मत नहीं हारी। उसे पढ़ाने के लिए उसकी बहन और परिवार के लोग उसका उत्साहवर्धन करते रहे। पढ़ाई करने के लिए जब पवन को मोबाइल की जरूरत पड़ी तो उनके पिताजी और बहनों ने मेहनत मजदूरी कर 3200 रुपए का एक एंड्रॉयड पुराना मोबाइल फोन दिलाया, जिससे वह पढ़ाई करता था। पवन के घर पर छत नहीं है और वह एक छप्पर के नीचे पढ़कर आज यहां तक पहुंचा है।

पवन के परिवार की हालत ऐसी है कि घर में अभी भी चूल्हा जलता

पवन के परिवार की हालत ऐसी है कि घर में अभी भी चूल्हा जलता है। हालांकि, पवन के पिताजी का कहना है कि उनके पास प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का गैस कनेक्शन तो है। लेकिन, गैस के सिलेंडर भरवाने के लिए पैसे नहीं हैं। पवन के आईएएस बनने पर परिवार में खुशियां आ गई हैं। पवन के गांव में अब बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

 

 

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