कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी कलह एक बार फिर सामने आई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने शायद हर चुनाव में पराजय को ही अपनी नियति मान ली है। सिब्बल के इस बयान की राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आलोचना की। अशोक गहलोत का समर्थन करते हुए कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने सिब्बल को नसीहत दे डाली।
दरअसल, गहलोत ने कहा कि सिब्बल को पार्टी के आंतरिक मुद्दे का जिक्र मीडिया में करने की कोई जरूरत नहीं थी और इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत होती हैं। अशोक गहलोत के बयान का समर्थन करते हुए तारिक अनवर ने कहा, अशोक जी ने जो कहा वह सच है। कपिल सिब्बल वरिष्ठ नेता हैं। उन्हें समझना चाहिए कि यदि पार्टी के पास किसी चीज की कमी है और वह सुझाव देना चाहते हैं, तो उन्हें पार्टी हाई कमान और अध्यक्ष से मिलना चाहिए।
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उन्होंने कहा, अगर सिब्बल मीडिया को बयान दे रहे हैं, तो यह केवल पार्टी के लिए नुकसान होगा। गौरतलब है कि कपिल सिब्बल ने एक अंग्रेजी दैनिक अख़बार को दिए साक्षात्कार में कहा है कि ऐसा लगता है कि पार्टी नेतृत्व ने शायद हर चुनाव में पराजय को ही अपनी नियति मान ली है।
उन्होंने कहा कि बिहार ही नहीं, उपचुनावों के नतीजों से भी ऐसा लग रहा है कि देश के लोग कांग्रेस पार्टी को प्रभावी विकल्प नहीं मान रहे हैं। सिब्बल का यह कथित बयान बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में आया है। इस चुनाव में महागठबंधन की घटक कांग्रेस सिर्फ 19 सीटों पर सिमट गई, जबकि उसने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था।