शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि शिक्षक सही अर्थों में राष्ट्र निर्माता और छात्रों के मार्गदर्शक होते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि अपने तप और संयम के साथ एक शिक्षक छात्रों को देश की संस्कृति की समृद्ध विरासत को समझाने में मदद करते हैं।
कोविंद ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा, ‘‘बदलता समय पठन पाठन के नये तरीके अपनाने की बात करता है जो हमारी युवा पीढ़ी को सीखने, खोज करने और समाज के लिये प्रभावी ढंग से योगदान करने के लिये तैयार करने में मदद कर सकता है। मैं उम्मीद करता हूं कि हमें अपने प्रतिभावान शिक्षकों का मार्गदर्शन मिलता रहेगा और वे इस महान देश के भविष्य का निर्माण करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आदर्श शिक्षक छात्रों को उनके लक्ष्यों एवं उद्दश्यों को हासिल करने के लिये सतत रूप से प्रोत्साहित करते हैं। नि:संदेह शिक्षक सही अर्थों में राष्ट्र निर्माता और छात्रों के मार्गदर्शक होते हैं। यहीं कारण है कि भारतीय संस्कृति में गुरू शिष्य परंपरा का विशेष महत्व है।’’ गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
कोविंद ने कहा, ‘‘ मैं शिक्षक समुदाय को बधाई देता हूं और छात्रों का प्रबुद्ध समुदाय निर्मित करने के कार्य में बड़ी सफलता की शुभकामनाएं व्यक्त करता हूं जो आने वाले दिनों में हमारे देश को महान गौरव की ओर ले जायेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम शिक्षक दिवस आधुनिक समय के महानतम शिक्षक और मेरे शानदार पूर्ववर्ती सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर मनाते हैं।’’