ग्वालियर : शहर में जल का भारी संकट है तथा निगम का पूरा अमला इस संकट के निराकरण में जुट जाएं और टीम भावना से कार्य करें तथा जल का अपव्यय रोकने के लिए सभी इंजीनियर व अधिकारी प्रातःकाल ही अपने अपने क्षेत्र में निकल जाएं तथा पानी का लीकेज, अपव्यय को रोकने की कार्यवाही करें तथा यह सुनिश्चित करें कि जिस दिन सप्लाई का दिन नहीं है उस दिन कहीं भी नलकूपों से भी पानी वितरण नहीं होना चाहिए।
उक्ताशय के निर्देश निगमायुक्त विनोद शर्मा ने समय सीमा बैठक में सभी अधिकारियों को दिए। निगम मुख्यालय में आयोजित बैठक में निगमायुक्त श्री विनोद शर्मा ने कहा कि जुलाई 18 तक सभी प्रकार के निर्माण कार्य चाहे वैध हो या अवैध बंद कराएं तथा सभी के यहां नोटिस चस्पा करें।
यदि संबंधित व्यक्ति फिर भी न माने तो अवैध निर्माण की तुडाई करें तथा वैद्य निर्माण कार्य की अनुमति 4 माह के लिए निरस्त करें। इसके साथ ही पूरे शहर में वाहन धुलाई सेंटर बंद कराएं तथा शहर के सभी सरकारी एवं निजी स्वीमिंग पूल बंद कराएं, चाहे वह होटल के हों या घरों के।
निगमायुक्त विनोद शर्मा ने पीएचई के इंजीनियरों को निर्देश दिए कि निजी नलकूपों की भी जांच करें तथा सूची तैयार रखें और आवश्यकता पडने पर उनका उपयोग सार्वजनिक रुप से किया जा सके। साथ ही शहर में कहीं भी नलकूप खनन नहीं होना चाहिए इसके लिए नलकून खनन करने वाली सभी ऐजेन्सियों की बैठक बुलाएं। इसके साथ ही सभी इंजीनियर, क्षेत्राधिकारी, मदाखलत दस्ता पानी के अपव्यय पर अर्थदंड लगाए।
वहीं पानी के शुद्धीकरण के लिए भी टंकियों पर पानी के सेम्पल की जांच करें। निगमायुक्त शर्मा ने कहा कि सभी अधिकारी जल संरक्षण के लिए कार्य करें तथा ऐसे प्राकृतिक स्रोतों की मरम्मत व सफाई करें जिनमें पानी है और जो सूखे हैं उनमें बारिश का पानी पंहुचे इसके लिए नालियां बनाना सुनिश्चित करें। सभी क्षेत्राधिकारी एवं भवन अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सभी शासकीय एवं जिन भवनों की स्वीकृति 3 वर्ष में दी गई है उनकी रुप वाटर हार्वेस्टिंग कराएं और ग्राउंड का पानी भी व्यर्थ न जाएं इसके लिए पार्कों में शाॅकपिट बनाएं जिससे पानी ग्राउंड में पंहुच सके।
पानी के मीटर लगाने के लिए भी कार्यवाही तेज की जाए। निगमायुक्त शर्मा ने कहा कि शहर में पर्यावरण संरक्षण के लिए इस बार निगम कम से कम 5 लाख पौधों का रोपण करेगा जिसके लिए सभी अधिकारी स्थलों का चयन करें एवं ऐसे स्थलों का प्रस्ताव दें जो कि सरकारी जगह है।
निगमायुक्त ने निर्देश दिए कि पशु डेयरियों को शहर से बाहर करने के लिए सभी क्षेत्राधिकारी शत प्रतिशत नोटिस चस्पा कराएं वर्तमान डेयरियों के फोटो खींचे और फिर डेयरी शहर से बाहर कराने के बाद फोटो खींचे तथा इसकी रिपोर्ट दें।
बैठक में सम्पत्तिकर वसूली की समीक्षा भी की गई तथा सभी भवन अधिकारियों एवं क्षेत्राधिकारियाें को भी निर्देश दिए गए कि सम्प्त्तिकर वसूली को लेकर कर संग्रहकों का सहयोग करें तथा हर हाल में सम्पत्तिकर वसूली का लक्ष्य पूरा होना चाहिए। सम्पत्तिकर वसूली की साप्ताहिक रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
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