रायपुर : वेदांता लीज मामले में आम आदमी पार्टी ने एक बड़ा खुलासा किया है। आम आदमी पार्टी ने मामले का खुलासा करते हुए वेदांता समूह के ऊपर राज्य सरकार से मिलीभगत कर कैंसर हास्पिटल के नाम पर छत्तीसगढ़ की जनता के साथ धोखाधड़ी करने का गंभीर आरोप लगाया है।
वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन के साथ राज्य सरकार ने वर्ष 2009 में कैंसर हॉस्पिटल एवं अनुसंधान केन्द्र को चैरिटी के लिए निर्माण किए जाने का एमओयू किया गया था। एमओयू के तहत कैंसर अस्पताल के अलावा 5 शहरों में क्षेत्रीय केन्द्र स्थापित करने का करार भी हुआ था लेकिन करार के अनुसार कार्य पूरा नहीं करने पर उसका एमओयू 17 जनवरी को ही निरस्त कर दिया गया था।
शुक्रवार 23 मार्च को मुख्यमंत्री के निवास पर मंत्रीमंडल की बैठक में उसी वेदांता समूह के ऊपर 34 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया। आम आदमी पार्टी ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा है कि एमओयू निरस्त करने के 2 महीने बाद सरकार ने वेदांता पर क्यों जुर्माना लगाया, यह सरकार द्वारा स्पष्ट नहीं किया गया।
आपको बता दें कि वेदांता फाउंडेशन द्वारा अस्पताल का निर्माण उसी स्थल पर किया गया है जिसके लिए मात्र 1 रुपए की दर पर 50 एकड़ जमीन आबंटित की गई थी। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि 25 मार्च याने कि एमओयू निरस्त होने के दो महीने बाद और 34 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह खुद इस अस्पताल का उद्घाटन करने जा रहे हैं।
आम आदमी पार्टी ने इस मामले पर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री द्वारा इस मामले में दोहरा मापदंड अपनाए जाने का यह साफ तौर पर मामला प्रतीत हो रहा है जिसके तहत एक तरफ राज्य की गरीब जनता के नाम पर चैरिटी अस्पताल के लिए जमीन आबंटित किया गया दूसरी तरफ अस्पताल निर्माण कर उसी जमीन का विक्रय राज्य सरकार के द्वारा 34 करोड़ रुपए में कर दिया गया और सरकार द्वारा कहा जाता है कि हम वेदांता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर जुर्माना लगा रहे हैं।
आम आदमी पार्टी प्रदेश संयोजक डा. संकेत ठाकुर ने आरोप लगाया है कि एमओयू साइन करते वक्त यह कहा गया था कि गरीबों के लिए चैरिटी अस्पताल कैंसर के इलाज के लिए खोला जाएगा लेकिन गुपचुप तरीके से अब व्यावसायिक निर्माण कर लिया गया है जिसमें वेदांता ने सीधे तौर पर चैरिटी या गरीबों को किसी तरह का राहत देने से इंकार करने का काम किया है।