जम्मू में पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी के पास से इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बरामद किया है। उनका कहना है कि यह आतंकी 21 जनवरी को नरवाल में हुए दोहरे धमाकों में शामिल था। पुलिस ने आतंकी आरिफ को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि आरिफ तीन साल से पाकिस्तानी आकाओं के संपर्क में था। कुछ ही हफ्ते पहले, थोड़े ही समय के भीतर दोहरे विस्फोटों में नौ लोग घायल हो गए थे। पुलिस का मानना है कि आतंकियों का इरादा ज्यादा से ज्यादा लोगों को मारने का था।
केंद्र शासित प्रदेश में पहली बार ऐसा कुछ मिला
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने कहा है कि एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है जिसके बारे में माना जाता है कि वह कई बम विस्फोटों में शामिल था। आतंकवादी पहले एक सरकारी स्कूल में शिक्षक था और उस पर वैष्णो देवी तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस में हुए विस्फोट में शामिल होने का भी संदेह है।
सिंह ने कहा कि रियासी जिले के रहने वाले आरिफ को जांचकर्ताओं को सबूत मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया कि वह हाल ही में जम्मू में हुए दोहरे विस्फोटों में शामिल था। उन्हें एक आईईडी भी मिला, जिसे परफ्यूम की बोतल में रखा गया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में पहली बार ऐसा कुछ मिला है।
मामले की जांच अभी भी जारी
सिंह ने कहा कि आरिफ कथित तौर पर वही कर रहा था जो उसके पाकिस्तानी आका उससे चाहते थे और उसने बस विस्फोट में अपनी संलिप्तता स्वीकार की जिसमें चार लोग मारे गए और 24 अन्य घायल हो गए।
सिंह ने 21 जनवरी को नरवाल में हुए दो बम धमाकों में अपनी भूमिका कबूल की, जिसमें नौ लोग घायल हुए थे। उन्होंने कहा कि बम धमाकों में इस्तेमाल किए गए सभी विस्फोटक सीमा पार से भेजे गए थे। इस मामले की जांच अभी भी जारी है।