कोलकाता : पश्चिम बंगाल में बाढ़ की वजह से आज तीन और मौतें हुई हैं जबकि अधिकारियों ने कहा कि पिछले 24 घंटे में बारिश नहीं होने की वजह से सैलाब का पानी घटना शुरू हो गया है। आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 24 घंटे में तीन और मौतें हुई हैं और बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 52 हो गई। बाढ़ की वजह से उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, उथर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा में 21 जुलाई से करीब 15 लाख लोग प्रभावित है।
उन्होंने कहा कि 789 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और 3,00,089 लोगों को उनमें रखा गया है। अधिकारी ने कहा कि पानी ने 75,202 घरों को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है और 2,15,762 घरों को आंशिक तौर पर क्षतिगस्त किया है। उन्होंने कहा कि पानी घटने के बाद ही नुकसान का सटीक आकलन हो पाएगा। आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, हम लगातार छह जिलों में स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। जिला प्रशासन दिनरात काम कर रहा है..। राहत सामग्री- ड्राई फूड, पका हुआ खाना, पानी के पाउच और दवाइयां वितरित कर रहा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा अधिकारी जल जनित बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए नियमित जांच कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि सैलाब में सड़कें और पीने के पानी की आपूर्ति करने वाली पाइपलाइनें बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। उन्होंने कहा, हम उथर बंगाल के छह जिलों की मौजूदा स्थिति को लेकर बहुत चिंतित हैं। हम पानी की पाइपलाइन और सब्मर्सिबल पम्पों को हुए नुकसान को लेकर बहुत चिंतित हैं। बाढ़ ने कई सड़कों को तबाह कर दिया। पंचायत और ग्रामीण विभाग क्षति का आकलन करने के लिए सर्वेक्षण कराएगा।