पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से जुड़ने का अभिनव तरीका अपनाते हुए दार्जिलिंग के दौरे के दौरान मंगलवार को सड़क किनारे एक स्टॉल पर पानी पुरी बनाई और बच्चों एवं पर्यटकों को उसे परोसा।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो को खस्ता खोखली पूरी आलू के साथ भरकर इमली के पानी में डुबो कर लोगों को परोसते हुए देखा गया।
वह दार्जिलिंग में एक स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं द्वारा संचालित एक स्टॉल में पहुंची और ‘फुचका’ (पानी पुरी) बनाने में अपनी विशेषज्ञता दिखाई। पश्चिम बंगाल में पानी पुरी को फुचका कहा जाता है।
वीडियो को साझा करते हुए टीएमसी ने ट्वीट किया: ‘‘हमारी माननीय अध्यक्ष ममता बनर्जी दार्जिलिंग में एसएचजी द्वारा संचालित खाने के स्टॉल ‘संडे हाट’ पहुंची। कड़ी मेहनत के लिए महिलाओं के प्रति अपनी प्रशंसा दिखाते हुए उन्होंने बंगाल की पसंदीदा फुचका की तैयारी में उनका साथ दिया और उत्साही बच्चों को स्वादिष्ट नाश्ता भी खिलाया।’’
Our Hon’ble Chairperson @MamataOfficial visited SHG operated food stall, Sunday Haat in Darjeeling.
Showing her appreciation for the women’s hard work, she joined them in the preparation of Bengal’s favorite, Puchkas and also fed enthusiastic children the delectable snack! pic.twitter.com/ApBZeRDbao
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) July 12, 2022
बनर्जी ने स्टॉल के मालिक से पर्यटकों में से एक के लिए फुचका परोसने को कहा क्योंकि वह ‘‘एक अतिथि के रूप आया है’’।
टीएमसी प्रमुख मंगलवार को गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन के नवनिर्वाचित बोर्ड सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए दार्जिलिंग के दौरे पर हैं। बुधवार को उनका एक और कार्यक्रम है।
बनर्जी ने अपनी पिछली दार्जिलिंग यात्रा के दौरान सड़क किनारे एक स्टॉल पर लोकप्रिय तिब्बती भोजन ‘मोमो’ बनाया था।
2019 में, दीघा के समुद्री रिसॉर्ट शहर से कोलकाता लौटते समय उन्होंने एक स्टॉल पर चाय तैयार की और लोगों को परोसी।