उपकरणों की खरीद में अनियमिता बरत एम्स ऋषिकेश को 6.57 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान पहुंचाने मामले में सीबीआई ने सात अधिकारियों सहित एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों में एम्स का एक प्रोफेसर भी शामिल है। बुधवार को सीबीआई ने आरोपियों के ठिकानों पर छापामारा था। ऋषिकेश में एम्स के प्रोफेसर समेत एक अन्य आरोपी के घर में भी तालाशी ली गई थी।
इन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
इस बीच, गुरुवार को सीबीआई ने सरकारी खजाने को कथित तौर पर नुकसान पहुंचाने के आरोप में महाराष्ट्र के रायगढ़ में बॉन्ड सेक्शन, जवाहरलाल नेहरू कस्टम्स हाउस के पूर्व अधीक्षक और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। एजेंसी के अनुसार, अधीक्षक, बॉन्ड अनुभाग, जवाहरलाल नेहरू कस्टम्स हाउस, गोरेगांव और ठाणे स्थित दो निजी फर्मों और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
जानिए क्या है पूरा मामला
साल 2019 और 2020 में एम्स में बड़ी संख्या में उपकरणों की खरीद बिक्री की गई थी। आरोप था कि उपकरणों की खरीद ऐसी फर्म से की गई जो बोली प्रक्रिया में शामिल ही नहीं थी। फर्म से प्रति उपकरण रुपये 55,38312 की दर से सात उपकरण खरीदे गए। बाद में इसी कीमत पर पांच और उपकरण खरीदे गए। जबकि कुछ साल पूर्व एम्स ने यही उपकरण 19,92,480 की दर से खरीदा था। इस तरह इस पूरी खरीद में एम्स को 6 करोड़ से अधिक का नुकसान पहुंचाया गया।
सरकारी खजाने को नुकसान हुआ
आगे आरोप लगाया गया कि दोनों निजी कंपनियों ने अनुचित लाभ का भुगतान करके उक्त अधीक्षक, बॉन्ड अनुभाग, जेएनसीएच, रायगढ़ और अन्य के साथ एक साजिश रची और प्रवेश के इन दो बिलों के तहत कवर किए गए सामान की डिलीवरी बिना भुगतान किए प्राप्त करने में कामयाब रहीं। उचित जुर्माना लगाया और इससे सरकारी खजाने को नुकसान हुआ। नवी मुंबई, नोएडा, सीतापुर, गोरेगांव और ठाणे में आरोपियों के परिसरों पर तलाशी ली गई।