महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस और शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी का ट्वीटर वॉर छिड़ गया है। जहां एक तरफ अमृता फडणवीस महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साध रही है। तो वहीं महाराष्ट्र सरकार की तरफ से सामने आते हुए प्रियंका चतुर्वेदी ने मोर्चा संभाला है।

दरअसल, अमृता फडणवीस ने मीडिया में आई उन खबरों के बाद शिवसेना को “पाखंडी” बताकर निशाना साधा है जिनमें कहा गया कि औरंगाबाद में पार्टी क्षत्रप बाल ठाकरे का स्मारक बनाने के लिए करीब 1000 पेड़ों को गिराने की जरूरत होगी। वहीं अमृता के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा, ‘आपको निराश करने के लिए खेद है, लेकिन सच्चाई यह है कि स्मारक के लिए एक भी पेड़ नहीं काटा जाएगा, मेयर ने भी इसकी पुष्टि की है।

इसके अलावा मैं यह भी स्पष्ट कर दूं कि अनिवार्य रूप से झूठ बोलना बड़ी बीमारी है, जल्द ठीक हो जाइये, पेड़ों को काटने के लिए कमीशन महाराष्ट्र बीजेपी के नेताओं द्वारा प्रैक्टिस की जाने वाली नई पॉलिसी है।’ जानकारी के लिए बता दे की शिवसेना ने मुंबई के आरे कालोनी में पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं का हवाला देकर मेट्रो कोच रखरखाव के लिए पेड़ों को काटने की इजाजत देने से इनकार कर दिया था और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले अहम फैसलों में से एक के तहत इसके काम पर रोक लगा दी थी।