राजस्थान के कोटा में लगातार सुसाइड के मामले बढ़ते जा रहे है। बता दें इस साल सुसाइड के मामले मामलों ने प्रशासन के साथ कोचिंग संस्थान, हॉस्टल संचालक और आमजन की भी चिंता बढा दी है। इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इसमें हस्तक्षेप कर चुके हैं। ऐसे में इन सुसाइड को कैसे रोकने और बच्चों को अच्छा माहोल देने के लिए एक बार फिर से प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर गाइडलाइन को और बेहतर बनाए जाने की दिशा में प्रयास किया है। हालांकि, ये गाइडलाइन कोई मायने नहीं रखती क्योंकि इसमें अधिकांश विषय पूर्व के ही उठाए गए हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी चिंता जाहिर की
फिर भी यदि प्रशासन की मंशा और इमानदारी से कार्य करने की रही तो इन्हें रोका जा सकता है। नहीं तो मां के लाल की आंखों के आंसू सूखने वाले नहीं हैं।वहीं इस मसले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी चिंता जाहिर की है। राज्य स्तरीय ‘युवा महापंचायत’ के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा “यह चिंता का विषय है कि कोटा में पिछले आठ महीनों में 20 छात्रों ने आत्महत्या कर ली। मैं खुद बचपन में डॉक्टर बनना चाहता था, रात में 2-3 बजे तक पढ़ाई करता था, लेकिन मैं कामयाब नहीं हुआ,हालांकि मैंने हिम्मत नहीं हारी. मैंने अपना रास्ता बदला, सामाजिक कार्यकर्ता बना, राजनीति में आया.”
नियमित रूप से उनके मानसिक अवसाद को कम करने का कार्य
तो वहीं, जिला कलेक्टर ने अधिकारी, हॉस्टल संचलक और कोचिंग संचालकों की बैठक ली। इसमें उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में तनाव कम करने के लिए कोचिंग संस्थान और हॉस्टल संगठनों के स्तर पर समन्वित प्रयास करने होंगे। जिला कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए सुधारात्मक कदम उठाने होंगे।उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थान प्रतिमाह विद्यार्थियों को मोटिवेशन सेंशन आयोजित कर अन्य विकल्पों के लिए भी जागरूक करें।यही नहीं जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि रविवार को टैस्ट पेपर के बजाय कोचिंग संस्थान विद्यार्थियों को गूगल फार्म तैयार कर नियमित रूप से उनके मानसिक अवसाद को कम करने का कार्य करें।
लापरवाही सामने आएगी तो त्वरित कार्यवाही की जाएगी
इसके साथ ही अशोक गहलोत ने कहा कि जिला प्रशासन के पास ऑनलाइन पॉर्टल पर अब तक दो हजार विद्यार्थियों द्वारा शिकायतें प्राप्त हुई हैं. जिनका समय पर निराकरण कराया गया है। वहीं पुलिस अधीक्षक (SP) शहर शरद चौधरी ने कहा कि अभी से विद्यार्थियों में तनाव के प्रकरण सामने आना चिंता का विषय है, जो समस्याऐं आ रही हैं उनका समय पर निराकरण किया जाए जिससे विद्यार्थियों में तनाव नहीं रहे। उन्होंने कहा कि कोचिंग या हॉस्टल के स्तर पर किसी भी प्रकार की लापरवाही सामने आएगी तो त्वरित कार्यवाही की जाएगी।