IL & FS को बचाने को SBI, LIC पर दबाव डाल रहा है केंद्र : संजय निरुपम - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

IL & FS को बचाने को SBI, LIC पर दबाव डाल रहा है केंद्र : संजय निरुपम

मुंबई कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर शनिवार को आरोप लगाया कि वह कर्ज के बोझ तले दबी इंफ्रास्ट्रक्चर लिजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएलएंडएफएस)

मुंबई कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर शनिवार को आरोप लगाया कि वह कर्ज के बोझ तले दबी इंफ्रास्ट्रक्चर लिजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएलएंडएफएस) कंपनी को बचाने के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम लिमिटेड (एलआईसी) और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) पर दबाव डाल रही है।

एलआईसी आईएलएंडएफएस में 25.34 प्रतिशत और एसबीआई 6.42 प्रतिशत की हिस्सेदार है। आईएलएंडएफएस समूह पर कुल 91,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है और उसे धन की भारी कमी से जूझना पड़ रहा है। कंपनी 27 अगस्त के बाद कर्ज पर ब्याज के भुगतान में कई बार चूक कर चुकी है।

एबीवीपी के छात्र गुरू को धमकी दें, यह कैसा संस्कार है : राहुल

मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बुनियादी ढांचा क्षेत्र की यह दिग्गज कंपनी भाजपा नीत सरकार के सयय में ‘दिवालिया’ हुई है।यह कॉर्पोरेट संचालन की कमी का नतीजा है।

निरूपम ने कहा कि केंद्र सरकार एलआईसी और एसबीआई पर दबाव डाल रही है कि वे आईएलएंडएफएस को बचने के लिए पैकेज दें। उन्होंने इसकी जांच की मांग की है।

उन्होंने कहा, ’30 साल पुरानी कंपनी आज पूरी तरह से दिवालिया हो गयी है। कैसे पिछले तीन साल में कंपनी का कर्ज 44 प्रतिशत उछला और उसका मुनाफा 900 प्रतिशत गिरा?’

निरूपम ने कहा कि एलआईसी के करीब 29 करोड़ पॉलिसीधारक और उनमें से ज्यादातर आम आदमी हैं। सरकार चाहती है कि एलआईसी और एसबीआई के पैसों को विदेशी निवेशकों की हितों की रक्षा के लिये खर्च किया जाये। यह पैसे देश के आम इंसान की मेहनत की कमाई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

seventeen + 13 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।