सिक्किम में सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले आठ सैन्यकर्मियों का रविवार को उनके पैतृक स्थलों पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
सिक्किम के जेमा में एक वाहन एक तीखे मोड़ पर सड़क से फिसल कर खाई में गिर गया था, जिसमें 16 सैन्यकर्मियों की जान चली गई थी।
लांस नायक सोमवीर सिंह का रविवार को हरियाणा के हिसार के उनके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। ‘113 इंजीनियर्स रेजीमेंट’ से जुड़े सिंह का पार्थिव शरीर उनके घर लाया गया, तो उनकी मां और पिता ने उनका माथा चूमा, जबकि उनकी बहन और भाई ने उन्हें सलाम किया। उनकी पत्नी फूट-फूट कर रोती नजर आईं।
जवान (हवलदार) अरविंद कुमार का चरखी दादरी के झोझु कलां गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। हजारों की संख्या में एकत्रित भीड़ ने हवलदार को ‘‘जब तक सूरज चांद रहेगा-अरविंद तेरा नाम रहेगा’’ तथा ‘‘भारत माता की जय’’ के नारों के साथ अंतिम विदाई दी। अरविंद की चिता को उनके आठ साल के बेटे ध्रुव ने मुखाग्नि दी।
वहीं ‘25 ग्रेनेडियर्स’ के ग्रेनेडियर विकास कुमार का पार्थिव शरीर अंतिम यात्रा के लिए घर से निकला तो फतेहाबाद के पिली मंडोरी गांव में लोगों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए।
पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिला में नायक गोपीनाथ माकुर को उनके पैतृक गांव माकुर में शोकसंतप्त परिवार के सदस्यों ने अश्रुपूर्ण विदाई दी।
राजस्थान में, सुबेदार गुमान सिंह, लांस नायक मनोज यादव और सैनिक सुखा राम के पार्थिव शरीर का क्रमशः जैसलमेर, झुंझुनूं और जोधपुर जिलों में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान अंतिम विदाई देने के लिए भारी संख्या में लोग एकत्र हुए।
गुमान सिंह के अंतिम संस्कार में उनके गांव जोगा में हजारों लोग शामिल हुए। जोधपुर में सुखाराम के पार्थिव शरीर को जोधपुर हवाई अड्डे से उनके खेड़ापा स्थित सावंतकुआ गांव में एक विशाल जुलूस के रूप में ले जाया गया। झुंझुनूं के माजरी गांव में लांस नायक यादव की अंतिम यात्रा में तिरंगा लेकर सैकड़ों लोग शामिल हुए।
उत्तर प्रदेश के एटा जिले में लांस नायक भूपेंद्र सिंह का उनके पैतृक गांव ताजपुर अदा में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। भूपेंद्र की चिता को उनके छोटे भाई राजन ने मुखाग्नि दी।