देश की स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार सुबह शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने अपना वह स्वर खो दिया है जिसने हर अवसर पर राष्ट्र की भावना को भावपूर्ण अभिव्यक्ति दी। उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट किया, ‘भारतीय सिनेमा की सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर जी का निधन देश की और संगीत जगत की अपूरणीय क्षति है।’ नायडू ने कहा, ‘लता जी के निधन से आज भारत ने अपना वह स्वर खो दिया है जिसने हर अवसर पर राष्ट्र की भावना को भावपूर्ण अभिव्यक्ति दी।’
भारतीय सिनेमा की सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर जी का निधन देश की और संगीत जगत की अपूरणीय क्षति है। लता जी के निधन से आज भारत ने अपना वह स्वर खो दिया है जिसने हर अवसर पर राष्ट्र की भावना को भावपूर्ण अभिव्यक्ति दी। उनके गीतों में देश की आशा और अभिलाषा झलकती थी। pic.twitter.com/K6NDlnh3jg
— Vice President of India (@VPSecretariat) February 6, 2022
उनके गीतों में देश की आशा और अभिलाषा झलकती थी : उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति ने कहा कि उनके गीतों में देश की आशा और अभिलाषा झलकती थी। उन्होंने कहा कि लता जी का मधुर स्वर दशकों तक देश में फिल्म संगीत की पहचान रहा। नायडू ने कहा, ‘देश ने उन्हें भारत रत्न तथा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से विभूषित किया था। उन्हें देश-विदेश में उनके असंख्य प्रशंसकों का स्नेह आजीवन प्राप्त रहा।’ उन्होंने कहा कि देश के वीर सैनिकों के सम्मान में उनका ऐ मेरे वतन के लोगों जैसा मर्मस्पर्शी राष्ट्रप्रेम का गीत हो या राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रिय भजन वैष्णव जन…, उनके स्वर ने देश को एकसूत्र में बांधे रखा।
पिछले माह से चल रहा था इलाज
नायडू ने कहा, ‘वेदना की इस घड़ी में उनके परिजनों और देश-विदेश में उनके असंख्य प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं, उनके शोक में सम्मिलित हूं।’ गौरतलब है कि महान गायिका लता मंगेशकर का रविवार को यहां एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 वर्ष की थी। उनको कोरोना होने के बाद पिछले कुछ समय से ब्रीच कैंडी अस्पताल में उपचार चल रहा था हालांकि वह कोरोना से ठीक हो गई थी।