आजमगढ़ में हुई एक घटना पुरे प्रदेशभर में चर्चा का विषय बन चुका है। जी हाँ ये वही छात्रा के मौत का मामला है, जिसने इंसानियत पर से विश्वास उठा दिया। बता दें की आजमगढ़ के प्राइवेट स्कूल में एक छात्रा ने स्कूल की तीसरी बिल्डिंग से कूदकर अपनी जान देदी। जानकारी मिली है की शुक्रवार के दिन स्कूल में चैकिंग की गयी थी। जिसमें एक छात्रा के बैग में मोबाइल फ़ोन मिला। लेकिन उस दिन यते मामला पूरा शांत हो गया था। लेकिन सोमवार के दिन जब स्कूल दोबारा खुला, तब छात्रा को स्कूल की प्रिंसिपल सोनम मिश्रा ने उसे ऑफिस में बुलाया।
प्रिंसिपल ने दिया बड़ा बयान
जब प्रिंसिपल ने छात्रा से उसके माता-पिता का नंबर माँगा तब उन्हें स्कूल में बुलाया गया। लेकिन छात्रा के घरवालों को स्कूल आने में देरी हो गयी। लेकिन इसी बीच लड़की दौड़ कर स्कूल के तीसरे मंजिल पर गयी और वहां से उसने छलांग ली। जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। लेकिन मौके पर ही उसकी मौत हो गयी। प्रिंसिपल से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने जवाब दिया की जिस दिन फ़ोन मिला था उसी दिन पेरेंट्स को बुलाया गया था, लेकिन उस दिन वो आये नहीं। घटना वाले दिन का ज़िक्र करते हुए प्रिंसिपल ने कहा की वो उनके सामने ही खड़ी थी, हम उसके परिवार वालों का इंतज़ार कर रहे थे। लेकिन कुछ वक़्त में ही ये घटना हो गयी।
मृतक के क्लास टीचर ने कही ये बड़ी बात
मृतक के क्लास टीचर अभिषेक राय का कहना है की “मैंने ही पेरेंट्स को फ़ोन करके बुलाया था। हम उन्हें बताना चाहते थे की उनकी बेटी के पास मोबाइल फ़ोन है, जो की स्कूल में अलाउड नहीं है। लेकिन इस 10-15 मिनट के बीच ही छात्रा ने डिसीज़न ले लिया। बता दें की जिस जगह से छात्रा ने छलांग लगाईं थी वहाँ से पुलिस को कई सबूत बरामद हुए हैं, जिनमे से एक ये है की जहां वो घटना हुई थी वहाँ खून के धब्बे मौजूद थे लेकिन उन्हें भी साफ़ कर दिया गया। बता दें की प्रिंसिपल और टीचर के ऊपर धारा 302 और धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।