आपने शायद सुना होगा कि किसी को अपने जीवनकाल में कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे लोग उसे मरने के बाद भी याद रखें। आज हम आपको जो कहानी बताने जा रहे हैं उसमें शख्स ने मरने के बाद कुछ ऐसा किया कि लोग न सिर्फ उसे याद कर रहे हैं बल्कि उसकी तारीफ भी कर रहे हैं। कुछ लोग ऐसे होते है जो मर के भी सभी के लिए याद बन जाते है, ये शख्स भी अब जिंदगी भर सभी के यादों में रहेगा।
देश के राज्य महाराष्ट्र के पालघर में एक घटना है। इस घटना में एक कार हादसे में एक डॉक्टर दंपती के बेटे की मौत हो गई उसके बाद, उसके माता-पिता ने कार्रवाई की जिसके परिणामस्वरूप उनके बेटे ने कम से कम 11 लोगों को उसकी मृत्यु के बाद भी नया जीवन दिया। माता-पिता की तारीफ करने के साथ ही अब हर कोई अपने बेटे की मौत के बाद उसकी आत्मा के बचने की दुआ कर रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, साकेत दंडवते की कार दुर्घटना में मौत हो गई। जब 30 वर्षीय बेटे के माता-पिता को पता चला कि उनके बेटे का निधन हो गया, तो उन्होंने अपने बेटे के गुजर जाने के बाद भी उसे जीवित रखने के लिए उसके अंगों को दान करने का फैसला किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महाराष्ट्र सचिव डॉ.संतोष कदम के अनुसार, दान किए गए अंगों से कम से कम 11 लोगों को लाभ होगा।
मृतक साकेत दंडवते के पिता डॉ. विनीत दंडवते भी आईएमए अधिकारी हैं। जब यह हुआ था तब उनके बेटे की शादी को केवल पाँच महीने हुए थे, और परिणामस्वरूप उसकी पत्नी की सहमति प्राप्त की गई थी। इस तरह की घटनाएं देश में उन लोगों की बढ़ती संख्या को प्रोत्साहित करती हैं, जिन्हें अंग प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है, उनके जीवन को बचाने के लिए अपने अंगों को दान करने के लिए। आज कल लोगों के अंग दान को लेकर काफी ज्यादा जागरूकता देखने को मिली है।