ईरान में इब्राहिम रईसी को राष्ट्रपति चुनाव में शनिवार को विजेता घोषित किया गया। 60 साल के रईसी अगस्त में मौजूदा राष्ट्रपति हसन रुहानी की जगह लेंगे। इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी को रविवार को बधाई दी और कहा कि वह भारत तथा ईरान के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए उनके साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘इब्राहीम रईसी को इस्लामिक गणराज्य ईरान के राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने पर बधाई। मैं भारत एवं ईरान के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने को लेकर उत्सुक हूं।’’
ईरान में राष्ट्रपति पद के चुनाव में देश के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई के कट्टर समर्थक एवं कट्टरपंथी न्यायपालिका प्रमुख इब्राहीम रईसी ने शनिवार को बड़े अंतर से जीत हासिल की। निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि रईसी को शुक्रवार रात तक गिने जा चुके 90 फीसदी वोटों में 62 फीसदी हासिल हो चुके थे। इसके बाद तीन अन्य राष्ट्रपति पद के प्रत्याशियों ने अपनी हार स्वीकार कर रईसी को बधाई दे दी थी।
ईरान में यह सत्ता परिवर्तन ऐसे वक्त हो रहा है, जब अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों के साथ हुए परमाणु समझौते की बहाली को लेकर बातचीत चल रही है। रविवार को, ईरानी आंतरिक मंत्रालय ने घोषणा की कि अति न्यायपालिका प्रमुख रईसी को ईरान का आठवां राष्ट्रपति चुना गया है।
ईरान में हुए राष्ट्रपति चुनाव में मतदान का वक्त 2 घंटे बढ़ाया गया था, क्योंकि कुल वोटिंग 50 फीसदी से भी काफी कम रहने का अनुमान लगाया गया था। तमाम मतदाताओं ने वोट नहीं डालना मुनासिब समझा, क्योंकि चुनाव में 40 महिलाओं समेत 600 दावेदारों में छंटनी करके सिर्फ 7 प्रत्याशियों को अंतिम तौर पर अलग किया गया। इसमें सभी पुरुष उम्मीदवार थे।
साथ ही इन सात उम्मीदवारों में एक पूर्व राष्ट्रपति और एक पूर्व पार्लियामेंट स्पीकर शामिल थे। प्रेसिडेंट इलेक्शन में तीन अन्य प्रबल दावेदारों में मोहसिन रेजाई, अमीरुहोसैन काजिजादेह हाशेमी और सुधारवादी अब्दुलनासिर हेमाती ने नतीजों के कुछ घंटों बाद ही हार स्वीकार कर रईसी को बधाई दे दी थी। चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति और लोकप्रिय नेता महमूद अहमदीनेजाद को हिस्सा लेने से रोक दिया गया था।