जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज कहा कि अगर हम ‘ऑरवेलियन राज्य’ नहीं बनना चाहते हैं तो हमें आधार एवं ‘डेटा चोरी’ की शंकाओं का समाधान किया जाना चाहिए।
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया, “आज की दुनिया में डेटा सबसे प्रमुख संसाधन के रूप में उभरे हैं और उन्हें डिजिटल अर्थव्यवस्था का नया ईंधन कहा जाता है। ऐसे में अगर हम ऑरवेलियन राज्य नहीं बनना चाहते हैं तो हमें आधार और खासकर डेटा चोरी का समाधान करना चाहिए।”
भाजपा से गठबंधन कर ‘जहर का प्याला पिया’ : महबूबा
प्रसिद्ध लेखक जॉर्ज ऑरवेल ने स्वतंत्र और खुले समाज को नुकसान पहुंचाने वाले हालात, विचार या सामाजिक स्थिति को ‘ऑरवेलियन’ कहा था।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अध्यक्ष आर एस शर्मा द्वारा अपना आधार नंबर सार्वजनिक कर इस पर संदेह करने वालों को उन्हें किसी तरह की क्षति पहुंचाने की चेतावनी दिये जाने की खबरों पर पीडीपी प्रमुख ने यह ट्वीट की।