वैसे तो दुनियाभर में कई जानवर मौजूद है लेकिन उन सभी में अगर वफादार और ईमानदार जानवर की बात हो, तो सबसे पहला नाम कुत्ते का आता है। कुत्ते का एक ऐसा जानवर है जिसे इंसानों के सबसे करीब माना जाता है। आए दिन इसके कई ना कई किस्से भी सुनने को मिल ही जाते हैं। ऐसा ही एक मामला लेबनान से सामने आया है, जहां एक नवजात बच्ची के लिए एक आवारा कुत्ता मसीहा बन गया।
दुनिया का एक ऐसा कोना नहीं है जहां पर लड़कियों के साथ भेदभाव नहीं होता है। आए दिन मासूम नवजात बच्चियां नालियों या फिर कूड़े के ढ़ेर में पाई जाती हैं। ऐसा ही कुछ पश्चिमी एशिया में भूमध्य सागर के पूर्वी तट पर स्थित देश लेबनान में देखने को मिला। दरअसल, लेबनान के उत्तरी शहर त्रिपोली में कूड़े के ढेर में मासूम बच्ची कचरे की थैली में लिपटी पड़ी थी। मगर वो कहते है ना मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है।
वैसा ही कुछ इस बच्ची के साथ भी हुआ। कूड़े के ढ़ेर से एक आवारा कुत्ता से थैली को उठाकर नगर निगम भवन के पास ले आया। कुत्ते के मुंह में लगी थैली में बच्चे को देखकर एक राहगीर ने उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया। इस वजह से उस बच्ची की जिंदगी बच गई। अब हर तरह उस आवारा कुत्ते के इस काम की तारीफ हो रही है जिसकी वजह से न्यूबोर्न बेबी को एक नया जीवनदान मिला।
लेबनान में बेरूत फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (बीटा) ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस बच्ची की जिंदगी की कहानी शेयर की है। बीटा ने बच्ची की फोटो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, कुत्ता प्लास्टिक के कूड़े से निकालकर बच्ची को नगर पालिका भवन के पास ले जा रहा था। लेकिन उसी दौरान वहां से गुजर रहे एक शख्स को बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी और उसने बच्ची को इस्लामिक चैरिटी अस्पताल पहुंचाया।
खबर के मुताबिक, बच्ची के पूरे शरीर में चोटों के निशान थे। इस वजह से उसे प्राथमिक इलाक के बाद त्रिपोली सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था। हॉस्पिटल ने बताया जब उन्हें बच्ची मिली थी, तो वो केवल सिर्फ कुछ घंटों की थी। फिलहाल उसकी हालात स्थिर है और डॉक्टरों की टीम बच्ची के इलाज में जुटे हैं। वहीं, इस खबर के सामने आने के बाद प्रशासन उस कुत्ते के बारे में पता लगाने में जुटा है।