देश में पिछले कई दिनों से पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे। इसी बीच पहलवानों के समर्थन में गुरुवार को किसान यूनियन महापंचायत कर रही है। किसान यूनियन के टिकैत गुट ने आज मुजफ्फरनगर में महापंचायत बुलाई है। इस महापंचायत में पहलवानों को इंसाफ दिलाने के लिए आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने दावा किया है कि महापंचायत में पास की खाप पंचायतों के नेता शामिल होंगे। नरेश टिकैत पहले ही केंद्र सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम दे चुके हैं।
नरेश टिकैत ने टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया, रियो खेलों की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक और दो बार की विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता विनेश फोगट को अपने-अपने पदक गंगा में फेंकने से रोकने के लिए मना लिया था। उनके पास 45 अंतरराष्ट्रीय पदक हैं।
आयोजन में कम से कम 50 खापों के भाग लेने की संभावना
आपको बता दें कि पहलवानों द्वारा जारी विरोध प्रदर्शन पर चर्चा के लिए गुरुवार को सोरम गांव में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। इसमें यूपी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली की विभिन्न खापों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इस घटनाक्रम से जुड़े एक शख्स ने बताया कि इस आयोजन में कम से कम 50 खापों के भाग लेने की संभावना है।
सभी खाप और किसान संघ उनका समर्थन करेंगे
दिल्ली में पालम 360 खाप के अध्यक्ष चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने कहा, ”पहलवानों ने मंगलवार को अपने पदक विसर्जित करने के लिए एक भावनात्मक निर्णय लिया और उन्हें रोकना हमारा कर्तव्य था। विरोध के भविष्य पर चर्चा के लिए गुरुवार को खापों की बैठक होगी। संघर्ष अभी भी पहलवानों के नेतृत्व में होगा और सभी खाप और किसान संघ उनका समर्थन करेंगे।” सोलंकी गुरुवार को मंडली में शामिल होंगे जबकि पहलवान इसमें शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा, “पहलवान इसका हिस्सा नहीं होंगे।”
पहलवानों ने बृजभूषण पर लगाए कई गंभीर आरोप
दरसअल, पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की है। उनका आरोप है कि बृजभूषण सिंह ने कम से कम एक नाबालिग सहित एथलीटों के यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच 12 साल तक भारतीय कुश्ती पर शासन किया है। हालांकि, सिंह ने आरोपों से इनकार किया है।