कश्मीर घाटी में ज्ञारहवीं शताब्दी के सुप्रसिद्ध संत गौस-उल-आजम, दस्तगीर साहिब के सालाना उर्स को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया है।
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस अवसर पर लोगों को बधाई दी। बर्फीले मौसम के बावजूद महिलाओं और बच्चों सहित हजारों लोगों ने दस्तगीर साहिब की दरगाह में रात में आयोजित विशेष इबादत में भाग लिया। मुख्य समारोह का आयोजन यहां खानयार में शहर-ए-खास और सराय-बाला के पास आयोजित किया गया।
कश्मीर घाटी के विभिन्न हिस्सों और बाहरी इलाकों से लोगों ने खानयार की इबादत में भाग लिया। अधिकारियों और दरगाह प्रबंधकों ने जायरीनों के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किये। घाटी के विभिन्न हिस्सों से दरगाह तक जायरीनों को लाने और ले जाने के लिए निजी वाहनों का प्रबंध किया गया है।
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हजरत साहिब की शिक्षा और उनके बताये गये रास्तों पर चलने की लोगों से अपील की। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घाटी में मनाये जा रहे उत्सव में मंडल प्रशासन को भक्तों के लिए उचित स्थान, बिजली और पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
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