लुधियाना-फरीदकोट : आज मानयोग अदालत द्वारा बेअदबी के मामले में एसआईटी द्वारा गिरफ्तार किए गए 5 डेरा पे्रमियों को जमानत मिल गई। जानकारी देते हुए बचाव पक्ष के वकील विनोद मोंगा ने बताया कि कुछ साल पहले पावन स्वरूपों की चोरी के मामले में 7 व्यक्तियों को एसआईटी द्वारा दोषी बनाया गया था, जिसमें सन्नी कांडा और शक्ति सिंह पहले से ही जमानत पर चल रहे थे, उनको जमानत मिलने के बाद रिहा कर दिया गया था जबकि अन्य 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जो पिछले कुछ दिनों से न्यायिक हिरासत में है। उन्होंने कहा कि आज जिला अदालत द्वारा उन्हें भी जमानत मिल गई। बचाव पक्ष के वकील ने दावा किया कि सीबीआई ने इस केस में अपनी जांच मुकम्मल कर ली है, इस बारे में हमने अदालत में दलीले दी, जिसका अभी फैसला नहीं हुआ। आज तक एसआईटी द्वारा उनके मुवक्किल के खिलाफ कोई सबूत पेश नहीं किए जा सके, जो साबित करे कि स्वरूप चोरी हुए थे। उन्होंने कहा कि इसी मामले में अर्जी दाखिल करके मुवक्किल के विरूद्ध पेश चालान को डिसमिस करने और उनकी गिरफ्तारी को रदद करने की मांग की गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि एक ही केस में 2 जांच एजेंसियां जांच नहीं कर सकती। यही दलील काम आई जिसके आधार पर पांचों को जमानत मिली।
स्मरण रहे कि चोरी हुए स्वरूपों के पन्नों को फरीदकोट के बुर्ज जवाहर सिंह वाला और अन्य सडक़ों पर बेअदबी के इरादे से अपराधियों ने फेंक दिए थे, जिसके बाद रोष स्वरूप पंजाब भर में धरना प्रदर्शन हुए और पुलिसियां लाठीचार्ज और अश्रुगैस के दौरान 2 सिख युवक मारे गए थे जबकि कई दर्जन घायल हुए थे।
– सुनीलराय कामरेड