भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी हर्ष मंदर के नेतृत्व में निकली कारवां ए मोहब्बत सदभावना यात्रा के दौरान आज बहरोड़ में उस समय तनाव फैल गया जब सदभावना यात्री छह माह पूर्व गौरक्षकों के हाथों मारे गये पहलू खां को श्रद्धांजलि देने पर अड गये।
पुलिस के अनुसार हिन्दूवादी संगठनों के विरोध के कारण सदभावना यात्रियों को श्रद्धांजलि देने की अनुमति से कल शाम ही इन्कार कर दिया गया था। सदभावना यात्री आज जब बहरोड़ पहुंचे तब उन्हें उस घटना स्थल पर नहीं जाने दिया जहां छह माह पूर्व पहलू खां की मौत हुई थी। इसके बाद श्री मंदर पुलिस उपअधीक्षक कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गये।
मंदर ने पहलू खां को मारने वाले छह आरोपियों को सीआईडीसीबी द्वारा निर्दोष बताने पर भी सवाल उठाया। बाद में समझाइश कर सदभावना यात्रियों को जयपुर के लिए रवाना किया गया।