मानवीय संकट का सामना कर रहा मारियुपोल! जेलेंस्की बोले- रूस ने तेज किए हमले, लोग भुखमरी का शिकार - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

मानवीय संकट का सामना कर रहा मारियुपोल! जेलेंस्की बोले- रूस ने तेज किए हमले, लोग भुखमरी का शिकार

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने आरोप लगाया है कि रूसी सैन्य बलों ने आवश्यक आपूर्ति लेकर मारियुपोल पहुंचने की कोशिश कर रहे एक मानवीय काफिले को रोका।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने आरोप लगाया है कि रूसी सैन्य बलों ने मंगलवार को आवश्यक आपूर्ति लेकर मारियुपोल पहुंचने की कोशिश कर रहे एक मानवीय काफिले को न केवल रोका, बल्कि कुछ बचावकर्मियों तथा बस चालकों को बंदी भी बना लिया। उन्होंने कहा कि रूस इससे पूर्व काफिले को रास्ता देने को लेकर सहमत हुआ था। जेलेंस्की ने मंगलवार रात राष्ट्र के नाम एक वीडियो संबोधन में कहा, ‘‘ हम मारियुपोल के निवासियों के लिए स्थिर मानवीय गलियारे बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य से हमारे लगभग सभी प्रयासों को रूस ने गोलाबारी कर या जानबूझकर हिंसक गतिविधियों से विफल कर दिया है।’’
भोजन, पानी और दावा के लिए मोहताज है जनता 
यूक्रेन की उप राष्ट्रपति इरिना वेरेश्चुक ने कहा कि रूसियों ने 11 बस चालकों और चार बचावकर्मियों को उनके वाहनों के साथ कब्जे में ले लिया है। उनके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। जेलेंस्की ने कहा कि मंगलवार को मारियुपोल से 7,000 से अधिक लोगों को निकाला गया, लेकिन शहर में लगभग 1,00,000 लोग अब भी ‘‘अमानवीय परिस्थितियों में, पूर्ण नाकाबंदी के कारण भोजन, पानी, दवा के बगैर और लगातार गोलाबारी के बीच’’ रह रहे हैं। युद्ध से पहले, इस बंदरगाह शहर की आबादी 4,30,000 थी।
रूसी सेना ने चेर्नोबिल में नयी प्रयोगशाला को किया नष्ट 
रूसी सैन्य बलों ने चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र में एक नयी प्रयोगशाला को नष्ट कर दिया है, जो अन्य चीजों के अलावा रेडियोधर्मी कचरे के प्रबंधन में सुधार करने के लिए काम करती थी। चेर्नोबिल अपवर्जन क्षेत्र के लिए जिम्मेदार यूक्रेन की सरकारी एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। युद्ध की शुरुआत में ही रूसी सेना ने इस बंद पड़े संयंत्र को कब्जे में ले लिया था। सरकारी एजेंसी ने बताया कि यूरोपीय आयोग के समर्थन से छह अरब यूरो की लागत से बनी प्रयोगशाला में 2015 में काम हुआ था।
संयंत्र के चारों ओर विकिरण मॉनिटर ने काम करना किया बंद 
एजेंसी ने अपने बयान में कहा, प्रयोगशाला में ‘‘अत्यधिक सक्रिय एवं विकिरण समस्थानिक (रेडियोन्यूक्लाइड) के नमूने थे, जो अब दुश्मन के हाथों में हैं।’’ विकिरण समस्थानिक, रासायनिक तत्वों के अस्थिर परमाणु होते हैं, जो विकिरण छोड़ते हैं। वहीं, यूक्रेन की परमाणु नियामक एजेंसी ने सोमवार को बताया कि संयंत्र के चारों ओर विकिरण मॉनिटर ने काम करना बंद कर दिया है।

US अधिकारी ने दिया बयान, भारत को बताया क्वाड में अमेरिका का महत्वपूर्ण भागीदार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

two × 2 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।