जयपुर : राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जापान एक्र्सटनल ट्रेड आर्गेनाइजेशन (जेट्रो) के प्रतिनिधमंडल को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार जापानी निवेशकों को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। राजे ने जेट्रो के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक में कहा कि भारत एवं जापान के प्रगाढ़ रिश्तों का फायदा राजस्थान को मिला है। जापान एवं राजस्थान पिछले एक दशक से मिलकर काम कर रहे हैं और यह पार्टनरशिप आने वाले समय में और अधिक मजबूत होगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जेट्रो के रतिनिधिमंडल के साथ पिछली बैठक के दौरान ध्यान में लाए गए मुद्दों में से ज्यादातर का समाधान कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के नीमराणा (अलवर) में स्थापित जापानी इन्वेस्टमेंट जोन आज एक रोल मॉडल है जिसका अनुसरण अन्य राज्य भी कर रहे हैं। उन्होंने अपनी जापान यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि जेट्रो द्वारा आयोजित सेमिनार एवं इन्वेस्टर्स मीट के फलस्वरूप राजस्थान में हाल ही में 1700 करोड़ से अधिक का निवेश आया है।
उन्होंने जापानी कंपनियों से सौर ऊर्जा में निवेश करने का आहवान करते हुए कहा कि राजस्थान सौर ऊर्जा में निवेश के लिए देश में सर्वाधिक उपयुक्त राज्य बन चुका है। जेट्रो के चीफ डायरेक्टर जनरल काजूया नाकाजो ने राजस्थान में निवेश के प्रति अनुकूल माहौल तैयार करने एवं ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की दिशा में उठाये गये कदमों के लिए मुख्यमंत्री की प्रशंसा की।
बैठक में जेट्रो के डिप्टी डायरेक्टर जनरल तकाशी सुचिया, सीनियर इन्वेस्टमेंट एडवाइजर हिरोशी डायकोकु, निप्पोन स्टील के एमडी एवं नीमराणा इन्वेस्टमेंट जोन के चेयरमैन तेत्सुया मागातानी, नीमराणा इन्वेस्टमेंट जोन के वाईस चेयरमैन ताकायोशी तोकीमुने, नीमराणा इन्वेस्टमेंट जोन के चीफ सेक्रेट्री तुमीहिरो मुराकामी, एसीएस उद्योग राजीव स्वरूप एवं रीको की एमडी श्रीमती मुग्धा सिन्हा भी उपस्थित थी।