समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान सीतापुर जेल में ढाई साल बिताने के बाद अब बाहर निकलें हैं, उनके बाहर आते ही उत्तर प्रदेश की राजनीति में नई हलचल हो गई है। आजम खान ने जेल से आते ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को तीखे तेवर दिखाना शुरू कर दिया है, दरअसल अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव, आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए।
शिवपाल यादव और आजम खान दोनों बैठक से रहे नदारद
बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा का 18वां सत्र शुरू होने से पहले समाजवादी पार्टी के लखनऊ मुख्यालय में यह विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में पार्टी के सभी विधायकों को बुलाया गया था, विधानसभा में योगी सरकार के खिलाफ पार्टी का रुख तय करने को लेकर यह बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला दोनों शामिल नहीं हुए और रामपुर में ही मौजूद थे, वहीं इस मामले पर सपा नेताओं ने कहा था कि, हाल ही में सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा हुए खान रामपुर में हैं और स्वास्थ्य कारणों से वह बैठक में शामिल नहीं हो सके।
शिवपाल यादव और आजम खान दोनों बैठक से रहे नदारद
बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा का 18वां सत्र शुरू होने से पहले समाजवादी पार्टी के लखनऊ मुख्यालय में यह विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में पार्टी के सभी विधायकों को बुलाया गया था, विधानसभा में योगी सरकार के खिलाफ पार्टी का रुख तय करने को लेकर यह बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला दोनों शामिल नहीं हुए और रामपुर में ही मौजूद थे, वहीं इस मामले पर सपा नेताओं ने कहा था कि, हाल ही में सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा हुए खान रामपुर में हैं और स्वास्थ्य कारणों से वह बैठक में शामिल नहीं हो सके।
बैठक से किनारा कर आजम ने लखनऊ में ग्रहण की शपथ
बता दें कि आजम खान के सहयोगियों ने पहले ही कहा था कि स्वास्थ्य कारणों के चलते आजम इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। हालांकि इसके कुछ समय बाद ही आजम खान और अब्दुल्ला आजम लखनऊ जा पहुंचे और आज यानी सोमवार को आजम ने विधानसभा में सदस्यता की शपथ ग्रहण की। राजनीतिक जानकारों की मानें तो अखिलेश यादव की बैठक से किनारा करके आजम खान ने यह जाहिर कर दिया है कि वह सपा के लिए मुश्किलों का सबब बनने वाले हैं ।
अखिलेश से नाराजगी पर आजम खान ने दी यह प्रतिक्रिया
बताते चलें कि शिवपाल यादव और आजम खान दोनों ही अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं, शिवपाल को लेकर तो यह अटकलें भी लगाई जा रही थी कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वहीं बात करें आजम की तो उन्होंने कभी अखिलेश का नाम लेकर सीधे-सीधे अपनी नाराजगी जाहिर नहीं की है, लेकिन उन्होंने इशारों में अपनी बेरुखी को कई बार जताया है।
बता दें कि आजम खान के सहयोगियों ने पहले ही कहा था कि स्वास्थ्य कारणों के चलते आजम इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। हालांकि इसके कुछ समय बाद ही आजम खान और अब्दुल्ला आजम लखनऊ जा पहुंचे और आज यानी सोमवार को आजम ने विधानसभा में सदस्यता की शपथ ग्रहण की। राजनीतिक जानकारों की मानें तो अखिलेश यादव की बैठक से किनारा करके आजम खान ने यह जाहिर कर दिया है कि वह सपा के लिए मुश्किलों का सबब बनने वाले हैं ।
अखिलेश से नाराजगी पर आजम खान ने दी यह प्रतिक्रिया
बताते चलें कि शिवपाल यादव और आजम खान दोनों ही अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं, शिवपाल को लेकर तो यह अटकलें भी लगाई जा रही थी कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वहीं बात करें आजम की तो उन्होंने कभी अखिलेश का नाम लेकर सीधे-सीधे अपनी नाराजगी जाहिर नहीं की है, लेकिन उन्होंने इशारों में अपनी बेरुखी को कई बार जताया है।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि नाराजगी की कोई वजह मुझे समझ में नहीं आती है, क्योंकि नाराज होने के लिए कुछ आधार चाहिए और मैं खुद ही निराधार हूं तो आधार कहां से आएगा। मुझे जो मिला है, वह सुप्रीम कोर्ट से मिला है, तभी तो मैं यहां पर खड़ा हूं। अटकलों के मुताबिक अब यह देखना होगा की शिवपाल और आजम मिलकर सपा के खिलाफ नया मोर्चा बनाते हैं या नहीं?