लुधियाना-अमृतसर : रविवार को अफगानिस्तान में सिखों पर आत्मघाती हुए हमले के कारण आज शिरेामणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के समस्त अदारे बंद रहे। इस संबंध में जानकारी देते हुए शिरोमणि प्रबंधक कमेटी के अधिकारी डॉ रूप सिंह ने बताया कि अफगानिस्तान में सिखों और हिंदुओं को निशाना बना कर किए गए हमले के रोष स्वरूप शिरेामणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने उपरोक्त फैसला लिया था। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के पूर्वी शहर जलालाबाद में हिंदू और सिखों को ले जा रही बस पर हुए प्राणघातक हमले में हुई 20 से अधिक मौतों की आत्मिक शांति के लिए अरदास भी की गई। स्मरण रहे कि इस हमले में सिख नेता अवतार सिंह खालसा समेत 17 सिख और 3 हिंदू उस वक्त मारे गए थे, जब उक्त लोग राष्ट्रपति अशरफ गनी से मिलने जा रहे थे।
एसजीपीसी के प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने अफगानिस्तान में हुए हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह हमला जानबूझकर किया गया था। उन्होंने कहा कि वहां के लोगों की सुरक्षा को यकीनी बनाने संबंधित सरकार का कर्तव्य है। लोगोंवाल ने केंद्र सरकार से आगे बढक़र अपील की है कि वह अफगानिस्तान की सरकार के साथ इस संबंध में बातचीत करें और इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को मौत की सजा मिलनी चाहिए।
लोंगोवाल ने इस हमले को अफगानिस्तान सरकार की नाकामी करार देते हुए कहा कि दुख की बात है कि वहां सिखों की सुरक्षा नहीं की जा रही। उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में सिख भाईचारा गुरूनानक देव जी के वक्त से बसा हुआ है। वहां की उन्नति और खुशहाली में सिखों का बड़ा योगदान रहा है लेकिन समय से अफगानिस्तान में रह रहे सिखों में असुरक्षा की भावना पनप रही है और इन्हीं कारणों के कारण वहां बहुत कम सिख रह हरे है।
शिरोमणि कमेटी के प्रधान ने यह भी कहा कि सिख आगु अवतार सिंह खालसा को मार देने से स्पष्ट है कि यह हमला सोची-समझी साजिश के तहत किया गया है, क्योंकि अवतार सिंह खालसा अक्तूबर में होने वाली संसदीय चुनावों के लिए नामांकन हुए थे। उन्होंने इस हमले में मारे गए सिखों के पारिवारिक वारिसों से हमदर्दी प्रकट करते हुए कहा कि शिरोमणि कमेटी विपदा की इस घड़ी में हर प्रकार की सहायता करेंगी और इस मामले को लेकर जल्द भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिलेंगे और अफगानिस्तान में बसते सिखों की जान-माल की रक्षा को यकीनी बनाने के लिए कहा जाएंगा।
– सुनीलराय कामरेड