दिल्ली में भड़की हिसा को नियंत्रित करने के दौरान सोमवार को दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल को अपनी जान गंवानी पड़ी। दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल के अंतिम यात्रा के लिए पुष्पांजलि समारोह किया गया जिन्होंने कल उत्तर पूर्व दिल्ली में संघर्ष के दौरान अपनी जान गंवा दी। रतनलाल के माल्यार्पण समारोह में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, और दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक भी शामिल हैं। रतनलाल को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
लाल राजस्थान के सीकर में तिहावली गांव के रहने वाले थे। उनकी पत्नी को टेलीविजन पर समाचार देखने के दौरान उनकी मौत की सूचना मिली। उनके परिवार में दो बेटी सिद्धी(12) और कनक(10) और एक बेटा राम(7) है। मिली जानकारी के अनुसार उनकी पत्नी ने कहा कि सोमवार को टीवी पर समाचार देखने के बाद, उन्हें दिल्ली पुलिस की ओर से फोन आया कि उनके पति घायल हो गए हैं और अस्पताल में हैं।
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उसके बाद उनका परिवार दिल्ली के लिए रवाना हो गया। सूत्रों के अनुसार लाल ने 1998 में पुलिस की सेवा ज्वाइन की थी और वह उत्तरपूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी सब-डिवीजन में तैनात थे। इसबीच, गांव के निवासियों ने मांग करते हुए कहा है कि लाल को शहीद का दर्जा दिया जाए, ताकि उनके परिवार को पर्याप्त मुआवजा मिल सके। लोगों ने उनके नाम पर एक स्थानीय स्पोर्ट्स स्टेडियम का नाम भी रखने की मांग की है।