आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता सौरभ भारद्वाज की नौ साल की बेटी ने हाल ही में उनसे एक ऐसा जटिल सवाल पूछा, जिसका उत्तर उन्हें नहीं सूझा। यह सवाल पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तारी और पार्टी की मुश्किलों से जुड़ा था।
बेटी के साथ उस बातचीत का जिक्र करते हुए भारद्वाज ने कहा कि छोटे बच्चे भी दिल्ली की मौजूदा स्थिति से अछूते नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ यह कठिन समय है और हमारे आसपास हर किसी का जीवन प्रभावित हो रहा है।‘आप’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि उनकी बेटी ने हाल ही में उनसे पूछा कि क्या अब वह भी जेल जाएंगे क्योंकि वह भी मंत्री बनने वाले हैं।
आतिशी को दिल्ली मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए चुना गया
आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार मनीष सिसोदिया और धन शोधन के एक मामले में गिरफ्तार सत्यैंद्र जैन के इस्तीफे के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नीत सरकार ने मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए विधायक भारद्वाज और आतिशी के नाम दिल्ली के उप राज्यपाल वी. के. सक्सेना के पास भेजे हैं।
भारद्वाज ने कहा, ‘‘ मेरी नौ साल की बेटी ने मुझसे पूछा कि मंत्रियों के साथ क्या हुआ। मैंने उससे कहा कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उसने मुझसे कहा कि वे जेल में हैं। उसने फिर मुझसे कहा, ‘शायद आप भी अब जेल जाओगे क्योंकि आप भी अब मंत्री बन रहे हो’।’’बहरहाल, उन्होंने कहा कि यह उनके लिए बहुत गर्व की बात है कि उन्हें और आतिशी को ‘‘ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में’’ दिल्ली मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए चुना गया है।
भारद्वाज ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ भी साजिश रची जा रही है।
उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा, ‘‘ हमें पता है कि हमले किए जाएंगे। मुझे ‘आप’ के हमदर्द या स्थानीय लोगों से पता चला है कि दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) या मेरे निर्वाचन क्षेत्र में मेरे खिलाफ कुछ तलाशने की कोशिश की जा रही है। लगातार साजिश रची जा रही है, लेकिन यही तो चुनौती है।’’ भारद्वाज पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और टेलीविजन पर चर्चाओें में पार्टी की ओर से नजर आने वाले प्रमुख व्यक्ति हैं। वह दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के कुछ क्षेत्रों में पार्टी प्रभारी भी हैं।
मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद वह सभी जिम्मेदारियां कैसे निभाएंगे, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘ पार्टी के लिए काफी मुश्किल है, सरकार के लिए यह काफी मुश्किल है क्योंकि केंद्र सरकार अपने सारे संसाधनों, अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल दिल्ली सरकार के खिलाफ कर रही है। परीक्षा की इस घड़ी में अगर मुख्यमंत्री ने भरोसा और विश्वास जताया है तो हमें इस मौके पर खरा उतरना होगा। हम देर रात तक काम करेंगे और फिर सुबह जल्दी उठकर काम पर लग जाएंगे।’’