हाफिज सईद पाकिस्तान के लिए एक सरदर्द बना चूका है अब पाकिस्तान की सरकार को यह डर सताने लगा है कि अगर मुंबई हमले के इस मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा सरगना को रिहा कर दिया गया तो, मुल्क पर कई तरह की पाबंदियां लग सकती हैं।
पाकिस्तान की एक न्यायिक बोर्ड को पाकिस्तानी पंजाब प्रांत की सरकार ने बताया कि मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद को रिहा कर दिया गया तो, पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है।
सरकार ने सईद की नजरबंदी को तीन महीने का विस्तार देने की मांग की। राज्य के गृह विभाग के एक अधिकारी ने समीक्षा बोर्ड के समक्ष कहा कि सईद की रिहाई से पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लग सकते हैं।
अधिकारी ने बोर्ड से यह भी कहा कि संघीय वित्त मंत्रालय के पास सईद के खिलाफ कुछ महत्वपूर्ण सुबूत हैं जो उसकी नजरबंदी को जायज ठहराते हैं। उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर ही सईद को नजरबंद किया गया है। बोर्ड ने संघीय वित्त मंत्रालय को निर्देश दिया कि वह सईद के बारे में संबंधित रेकॉर्ड सौंपे।
सईद को कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायिक बोर्ड के समक्ष पेश किया गया था। इस दौरान बड़ी संख्या में हाफिज के समर्थक भी कोर्ट परिसर में मौजूद रहे। समर्थक हाफिज के पक्ष में नारेबाजी करते हुए उसे तुरंत रिहा करने की मांग कर रहे थे। पिछले महीने न्यायिक बोर्ड ने हाफिज की नजरबंदी को 30 दिनों के लिए बढ़ा दिया था।