सिक्किम में चीन और भारत के बीच चल रहा गतिरोध खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। भारत चीन सीमा पर तनातनी बनी हुई है । आपको बता दे कि डोकलाम मुद्दे को लेकर भारत और चीन की सेना के बीच विवाद जारी है । इस बीच अमेरिका ने दोनों देशों से तनाव घटाने के लिए आपस में वार्ता करने का अनुरोध किया है ।
अमेरिका ने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी से उसके बहुत अच्छे रिश्ते हैं और वह इसका सम्मान करता है। इसके साथ ही यूएस ने ये भी कहा है कि डोकलाम विवाद पर वह वार्ता का समर्थन करता है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नार्ट ने कहा डोकलाम के हालात पर हम करीब से नजर रख रहे हैं, हमारे भारत-चीन दोनों से अच्छे रिश्ते हैं। इसलिए हम दोनों ही देश की सरकारों को बातचीत के लिए एनकरेज करना जारी रखेंगे।
वही हीथर नार्ट ने ये भी कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बहुत अच्छे रिश्ते हैं और हमने जून में उनके दौरे को बहुत इन्जॉय किया।
आपको बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून में अपने पहले अमेरिकी दौरे पर गए थे। उस दौरान इन्होंने डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका को हैदराबाद में 28 से 30 नवंबर तक होने वाली ग्लोबल आंत्रप्रेन्योरशिप समिट के लिए इनवाइट किया था।
इससे पहले पूर्व अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा और अमेरिका के इलिनोइ से सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने डोकलाम विवाद के लिए चीन को जिम्मेदार बता चुके हैं। वाशिंगटन डीसी में स्थित एक रणनीति एवं पूंजी सलाहकार समूह द एशिया ग्रुप के उपाध्यक्ष वर्मा (48) ने कहा कि ओबामा प्रशासन के पिछले दो या तीन वर्षों में हमने संबंधों में काफी प्रगति की है और इसका श्रेय प्रधानमंत्री मोदी और पूर्व राष्ट्रपति ओबामा को जाता है।
उन्होंने कहा कि हमने कई अलग-अलग क्षेत्रों में काम किया कई वार्ताएं की जिनके वास्तविक परिणाम निकले। हमें उम्मीद है कि यह प्रगति जारी रहेगी. चीनी सेना को डोकलाम इलाके में सड़क बनाने से रोकने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव जारी है। भारत और चीन के बीच डोकलाम पर जारी गतिरोध पर चिंता जताते हुए अमेरिका के प्रभावशाली सांसद कृष्णमूर्ति ने चीन पर उकसाने वाले कदम उठाने का आरोप लगाया है। जिससे एशिया के दो बड़े देशों के बीच तनाव बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि डोकलाम पठार में जो भी चल रहा है उसे लेकर मैं बहुत चिंतित हूं। मेरा मानना है कि चीन ने कुछ उकसाने वाले कदम उठाए। जिससे इस क्षेत्र पर मौजूदा गतिरोध बढ़ा। 44 वर्षीय कृष्णमूर्ति हाल ही में भारत की यात्रा कर लौटे हैं। इस दौरान उन्होंने इस सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और कई मुद्दों पर चर्चा की थी।