कर्ज के बोझ में दबी दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन लगभग महीने भर में अपना 2जी मोबाइल सेवा कारोबार बंद करने की योजना बना रही है। कंपनी की योजना लाभदायक रहने तक 3जी और 4जी श्रेणी में परिचालन जारी रखने की है। औद्योगिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। कंपनी के कार्यकारी निदेशक गुरदीप सिंह ने कर्मचारियों को इस बाबत सूचित किया है।
उन्होंने कर्मचारियों को कहा, अब समय आ गया है कि हम अभी से 30 दिनों बाद वायरलेस कारोबार बंद कर देंगे। उन्होंने कहा कि कंपनी आईएलडी वॉयस, कंज्यूमर वॉयस, 4जी पोस्टपेड डोंगल और मोबाइल टावर कारोबार में परिचालन तब तक जारी रखेगी जब तक इसमें मुनाफा होता रहे। इनके अलावा शेष सारे कारोबार बंद कर दिये जाएंगे। सूत्रों के अनुसार सिंह ने 21 नवंबर को लाइसेंस समाप्त होने के बाद डीटीएच सेवाएं भी बंद करने का जिक्र किया है। कंपनी को इस संबंध में भेजे गये एक ईमेल का अब तक कोई जवाब नहीं मिला है। उल्लेखनीय है कि कंपनी पर 46 हजार करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ है।
वह इस महीने की शुरुआत में एयरसेल को अपना वायरलेस कारोबार बेचने का सौदा तय करने में असफल रही थी।2.36 प्रतिशत से ज्यादा टूटा स्टॉक ः वायरलेस बिजनेस बंद करने की खबर से कारोबार में रिलायंस कम्युनिकेशंस के स्टॉक में 2.36 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। बीएसई पर स्टॉक 2.36 फीसदी टूटकर 16.55 के स्तर पर पहुंच गया।
भारी कर्ज के दबाव में है कंपनी ः रिलायंस कम्युनिकेशंस फिलहाल 46 हजार करोड़ रुपए के कर्ज के बोझ से दबी है। कंपनी के अनुसार, वह कर्ज में कमी लाने के लिए भी योजना पर काम कर रही है। कंपनी की टॉवर बिजनेस और रियल एस्टेट बिजनेस का कुछ हिस्सा बेचकर पैसे जुटाने की योजना थी।
इसके अलावा स्पेक्ट्रम ऑप्टिमाइजेशन से कुछ पैसा बचाने का भी टारगेट था। इस तरह कंपनी 25 हजार करोड़ रुपए जुटाना चाहती है, जिससे कंपनी कंपनी का कर्ज कम किया जाएगा। हालांकि एयरसेल डील रद्द होने उसकी कर्ज घटाने की योजना मुश्किल में फंसती दिख रही है।