जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को आरोप लगाया कि कुछ स्वार्थी तत्व मुस्लिम महिलाओं को ऑनलाइन तरीके से निशाना बना रहे थे और उन्हें ‘आधिकारिक संरक्षण’ प्राप्त है।
महबूबा ने साधा निशाना
Appalling that the criminals behind such derogatory & demeaning actions against muslim women are given a free run. Whether its open calls for genocide of muslims or targeting muslim women online it is clear that these fringe elements enjoy the patronage of those in power https://t.co/EayNZ9cXml
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) January 2, 2022
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने ट्वीट किया, ताज्जुब है कि मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ इस तरह की अपमानजनक गतिविधियों को अंजाम देने वाले अपराधियों को खुली छूट दी जाती है.. यह स्पष्ट है कि इन स्वार्थी तत्वों को सत्ता में बैठे लोगों का संरक्षण मिला हुआ है।
प्रौद्योगिकी मंत्री वैष्णव ने यूजर को ब्लॉक करने की पुष्टि की
दरअसल, महबूबा ‘बुली बाई’ नामक एक ऐप पर कम से कम 100 प्रभावशाली मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड किए जाने के बाद प्रतिक्रिया दे रही थीं। इस ऐप को लेकर मचे बवाल के बाद सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मेजबान मंच ‘गिटहब’ ने उपयोगकर्ता (यूजर) को ब्लॉक करने की पुष्टि की है तथा भारतीय कम्प्यूटर आपदा प्रतिक्रिया दल (सीईआरटी) और पुलिस अधिकारी आगे की कार्रवाई के लिए समन्वय कर रहे हैं।
‘बुली बाई’ एप को लेकर सोशल मीडिया पर हड़कंप मच गया
उधर, ‘बुली बाई’ नामक को लेकर सोशल मीडिया पर हड़कंप मच गया है। दरअसल, ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म गिटहब का इस्तेमाल करते हुए बिना अनुमति के इस विवादस्पद ऐप पर सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड की गईं, महिलाओं की फोटो अपलोड करने के साथ ही प्राइस टैग लगाकर डील ऑफ द डे लिखा गया है। जिसके बाद कई लोगों ने पुलिस से शिकायत करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। आइए जानते हैं आखिर क्या है ‘बुल्ली बाई’ ऐप।