पटना: दूसरों को माला पहनाने वाले खुद माला पहनने वाला कब बनेगा। यह बात आज दरोगा राय पथ के महात्मा फुले स्मारक संस्थान में माली(मालाकार)कल्याण समिति द्वारा महात्मा ज्योति राव फुले के जयंती समारोह का उद्घाटन करते हुए,लोजपा-(रा) के वरिष्ठ नेता डॉ. सत्यानंद शर्मा ने कहा कि हम महात्मा फुले का जयंती मना रहें है लेकिन इनके मूल सिद्धान्त शैक्षणिक, समाजिक और राजनैतिक क्रान्ति को भूल जाते है। हम जिल्लत का जीवन जीने का आदि हो गए है। समय बदल रहा है। बदलाव के लिए आगे आना होगा।भविष्य निर्माण के लिए आगे आना होगा।सोंच बदलना है। सब को माला पहनाने वालों को माला पहने वाला बनना पड़ेगा। माली समाज को राजनीति के मुख्यधारा से जुड़ना होगा।
समारोह को मुख्य अतिथि पद से सम्बोधित करते हुए,युवा लोजपा-(रामविलास) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने कहा कि माली,कुम्हार, तेली,तुरहा, चाई जैसी अतिपिछड़ा समाज अपना वोट देकर नेताओं को सत्ता में बैठा देता है लेकिन सत्ता प्राप्त करने के बाद अतिपिछड़ा समाज को सत्ता और सम्पत्ति से वंचित कर देता है। इसके विरूद्ध अभियान चलाना होगा।
समारोह को विशिष्ट अतिथि पद से सम्बोधित करते हुए,युवा लोजपा-(रा.) के प्रदेश प्रवक्ता अमन शांडिल्य ने कहा कि माली समाज का यह दायित्व है कि वो जिस तरह से सदियों से फूलों को आपस में गूँथकर माला तैयार करते आये है वैसे ही अतिपिछड़ा तथा शोषित वंचित एवं दलित समाज को एकत्रित कर हक और अधिकार के लिए जागृत करने का काम करें तथा महात्मा फुले के संदेशों को जन-जन तक पहुँचाने का कार्य करें।समारोह को प्रेम कुमार, मनोज कुमार मालाकार,रामाकांत प्रसाद,मदन प्रसाद,प्रमोद मालाकार, सुधीर कुमार, पंकज कुमार ने सम्बोधित किया।
उक्त आशय की जानकारी लोजपा-(रा.) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने दी।
उक्त आशय की जानकारी लोजपा-(रा.) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने दी।