देश के व्यापक आर्थिक आंकड़ों में कमजोरी और सूचना प्रौद्योगिकी, बैंकिंग और वित्तीय शेयरों में गिरावट के कारण गुरुवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 175 अंक से अधिक टूट गया। निफ्टी में भी गिरावट आई। इसके अलावा, विदेशी पूंजी के निरंतर बहिर्वाह और वैश्विक इक्विटी में बिकवाली ने भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया, व्यापारियों ने कहा।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 179.48 अंक या 0.31 प्रतिशत गिरकर 57,446.43 पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 35.65 अंक या 0.21 फीसदी की गिरावट के साथ 17,087.95 पर बंद हुआ था।
औद्योगिक उत्पादन में 18 महीनों में पहली बार गिरावट आई
सेंसेक्स में 5.20 फीसदी की सबसे बड़ी गिरावट विप्रो में रही। इसके अलावा एचडीएफसी, टीसीएस, बजाज फिनसर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट और कोटक बैंक प्रमुख घाटे में रहे। वहीं, एचसीएल टेक के शेयर में 3.50 फीसदी की तेजी आई। महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, डॉ रेड्डीज, इंडसइंड बैंक और एनटीपीसी भी बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। खुदरा महंगाई और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों के रूप में भारतीय अर्थव्यवस्था को बुधवार को दोहरा झटका लगा। आंकड़ों के अनुसार, खाद्य कीमतों में वृद्धि के कारण खुदरा मुद्रास्फीति पांच महीने के उच्च स्तर 7.4 प्रतिशत पर पहुंच गई, जबकि औद्योगिक उत्पादन में 18 महीनों में पहली बार गिरावट आई।
कारोबार के दौरान एक समय यह 540.32 अंक तक चढ़ गया था
अन्य एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग घाटे में कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए। पिछले कारोबारी सत्र में बुधवार को 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 478.59 अंक यानी 0.84 फीसदी की तेजी के साथ 57,625.91 अंक पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान एक समय यह 540.32 अंक तक चढ़ गया था। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 140.05 अंक यानी 0.82 फीसदी की बढ़त के साथ 17,100 के स्तर को पार करते हुए 17,123.60 पर बंद हुआ।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.04 फीसदी गिरकर 92.41 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।अस्थायी शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 542.36 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।