नयी दिल्ली : सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जेवर में बनाने की मंजूरी दे दी है। नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने आज यहां बताया कि मंत्रालय ने जेवर में तीन हजार हेक्टेयर भूमि पर नया हवाई अड्डा बनाने की सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान कर दी है। हवाई अड्डा अगले पांच से छह साल में बनकर तैयार हो जायेगा। पहले चरण पर 10 हजार करोड़ रुपये का खर्च आयेगा।
श्री राजू ने बताया कि वर्ष 2024 तक दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अपनी पूरी क्षमता पर पहुंच जायेगा और ऐसे में एनसीआर में दूसरे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की जरूरत होगी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय में शुक्रवार को हुई बैठक
बता दें कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय में शुक्रवार शाम चार बजे से बैठक हुई थी, जिसमें इस बात पर मुहर लगनी थी कि जेवर में प्रस्तावित एरिया पर एयरपोर्ट उपयुक्त है या नहीं। ओएलएस सर्वे के बाद यह बैठक काफी अहम थी।
इसके बाद आज जेवर एयरपोर्ट को मंत्रालय से हरी झंडी मिल गई। शुक्रवार की बैठक में यमुना प्राधिकरण के चेयरमैन डॉ. प्रभात कुमार भी शामिल हुए। उन्होंने बताया था कि एयरपोर्ट से जुड़ी तकनीकी पहलुओं पर चर्चा हुई। मंत्रालय का रुख सकारात्मक दिखा था। हवा का दबाव व कई और मुद्दों पर चर्चा हुई। और आज शनिवार को इसकी घोषणा कर दी गई।