राष्ट्रीय राजधानी में सामने आ रहे कोरोना वायरस के मामले हैरान करने वाले हैं। महामारी की समस्या से निपटने के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार अपने इंतजामों में लगी हुई है। मंगलवार रात जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटों में दिल्ली में कोरोना के 6396 नए केस दर्ज किए गए हैं जबकि 99 लोगों ने जान गंवाई है। ऐसे में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने साफ किया है कि सरकार का दिल्ली में लॉकडाउन लगाने का कोई इरादा नहीं है।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को कहा, दिल्ली सरकार का लॉकडाउन का कोई इरादा नहीं है। हमारा मानना है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लॉकडाउन कोई समाधान नहीं है। इसका हल है अस्पतालों में बेहतर प्रबंधन और बेहतर मेडिकल सिस्टम। दिल्ली सरकार ने मेडिकल सिस्टम को बेहतर तरीके से मैनेज किया है और आगे भी करते रहेंगे।
कोरोना प्रकोप : दिल्ली में फिर लॉकडाउन नहीं लेकिन कुछ स्थानों पर लग सकता है प्रतिबंध
लॉकडाउन पर बोलते हुए उन्होंने कहा, मैं दुकानदारों को आश्वस्त करना चाहता हूं, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। हम लॉकडाउन लगाने का इरादा नहीं रखते हैं। हम चाहते हैं कि आपकी दुकानें खुली रहें … यदि जरूरत हो, तो कुछ बाजारों में नियमों को बढ़ाया जाएगा, इसी की मांग हमने केंद्र से की है।। लेकिन यह किसी भी तरह से लॉकडाउन नहीं होगा।
सिसोदिया ने कहा कि केंद्र से 250 आईसीयू बेड की पहली खेप जल्द मिलेगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली को केंद्र से 750 आईसीयू बेड मिलेंगे। फिलहाल, दिल्ली में 26 हजार कोरोना संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं। दिल्ली में कोरोना के 16 हजार बेड हैं। भीड़ में जाने से संक्रमण का डर है। मनीष सिसोदिया से पहले स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में कोई लॉकडाउन नहीं होगा लेकिन कुछ व्यस्त स्थानों पर प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।