दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा है कि सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने वाले लोगों की जरूरतों और मांगों को समझने के लिए सरकार ने मार्ग युक्तिकरण अध्ययन कराया है जिससे राष्ट्रीय राजधानी में “मोहल्ला” बस शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। गहलोत ने कहा कि बसें कम दूरी के लिए चलेंगी और मेट्रो स्टेशन जैसे अहम परिवहन केंद्रों समेत रूचि के महत्वपूर्ण स्थलों को आपस में जोड़ेंगी।

सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में तेजी से उन्नती करना है लक्ष्य
मंत्री ने सोमवार को कहा, मोहल्ला बसों की शुरुआत और विभिन्न परिवहन साधनों के एकीकरण के साथ, हमारा उद्देश्य दिल्ली को सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में दुनिया के शीर्ष 10 शहरों में से एक बनाना है। हम इलेक्ट्रिक बसों को खड़ा करने के लिए नए स्थान खोजने सहित परेशानी मुक्त संचालन सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठा रहे हैं।

परिवहन विशेषज्ञों के साथ हुई बैठक में कई मुद्दों पर हुई चर्चा
गहलोत ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार परिवहन के अलग अलग साधनों का आने वाले वर्षों में विश्वसनीय, किफायती, सुविधाजनक और ‘हाई फ्रीक्वेंसी मल्टी-मोडल’ परिवहन प्रणाली में एकीकृत करने की योजना बना रही है। मोहल्ला बस योजना को लेकर मंत्री की अध्यक्षता में अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ एक बैठक हुई है। डिजिटल माध्यम से हुई इस बैठक में परिवहन आयुक्त आशीष कुंद्रा, दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की प्रबंध निदेशक शिल्पा शिंदे, डीटीसी और दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम के अधिकारियों तथा भारत, कोलंबिया और अमेरिका के सार्वजनिक परिवहन विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।
सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन सेवा पर दिल्ली सरकार कर रही है कार्य
मोहल्ला बस योजना सभी इलाकों के निवासियों, खासकर शहर के बाहरी इलाकों में रहने वाले लोगों को सस्ती और सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन सेवाएं प्रदान करने की एक पहल है। छोटी और मध्यम आकार की बसें निर्धारित मार्गों पर चलेंगी जिससे सभी इलाके परिवहन सुविधा के दायरे आ जायेंगे। इस योजना की इस साल शुरू में घोषणा की गई थी।