नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के लिए एक अच्छी खबर है। हर बार दाखिला फार्म में मात्र एक गलती की वजह से विद्यार्थियों को नया फार्म भरना पड़ता है। पर इस साल पहली बार डीयू ने विद्यार्थियों को दाखिला फार्म में एक बार करेक्शन करने का मौका दिया है।
डीयू में दाखिले के लिए शुक्रवार को नॉर्थ कैंपस में आयोजित ‘ओपन डेज’ में डीयू के डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर और प्रवेश के लिए बनी स्थायी समिति के अध्यक्ष प्रो. राजीव गुप्ता ने विद्यार्थियों को इसकी जानकारी दी। वहीं उन्होंने छात्रों व अभिभावकों को बताया कि इस बार डीयू ने 100 रुपए की फीस के साथ-साथ छात्रों को दाखिला फॉर्म में एक बार करेक्शन का मौका भी दिया है।
अगर छात्रों को कोई समस्या है तो वह उसे कॉपी पर नोट कर लें, फिर एक साथ ही सभी बदलावों को भरें, क्योंकि करेक्शन का केवल एक ही मौका मिलेगा। डीयू में अब तक 101811 छात्र दाखिले के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवा चुके हैं। ओपन डेज के दौरान रामजस कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मनोज खन्ना और शिकायत निवारण समिति के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश वर्मा ने एक विशेषज्ञ के तौर पर छात्रों के प्रश्नों का जवाब दिया और दाखिले संबंधी उनकी समस्याओं को दूर किया।
प्रो. राजीव गुप्ता ने डीयू के पोर्टल पर दाखिले के लिए पंजीकरण प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पंजीकरण करने वाले विद्यार्थी का अपना ई-मेल आईडी और मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है, ताकि ओटीपी आने पर आवेदन का सत्यापन हो सके।
गुप्ता ने यह भी बताया कि इस वर्ष पहली बार डीयू ने दाखिले में ईडब्ल्यूएस श्रेणी को भी शामिल किया है। इस पर एक्सपर्ट ने कहा कि ईडब्ल्यूएस श्रेणी और ओबीसी में क्रीमी व नॉनक्रीमी लेयर सर्टिफिकेट 1 अप्रैल 2019 से ही मान्य माना जाएगा जो मौजूदा वित्तीय वर्ष का होना चाहिए। गुरुवार को उन्होंने पूरा दिन दाखिले के लिए पंजीकरण की कोशिश की, लेकिन पोर्टल नहीं खुला। वहीं छात्रों ने पोर्टल के काफी धीरे काम करने की बात भी रखी।